‘पार्किंग स्थल बना राज्यसभा’; कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन से मनीष तिवारी भी नाराज
नई दिल्ली : राज्यसभा उम्मीदवारों के चयन को लेकर अपनी पार्टी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि उच्च सदन पार्किंग स्थल बन गया है। तिवारी ने तर्क दिया कि राज्यसभा ने कई दशक पहले संविधान से मिली जिम्मेदारियों का निर्वहन करना बंद कर दिया है। उन्होंने इस बात पर भी गंभीरता से विचार करने का आह्वान किया कि क्या वर्तमान परिदृश्य में राज्यसभा को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “मेरी निजी राय में राज्यसभा ने उन कार्यों को करना बंद कर दिया है जिनके लिए इसका गठन किया गया था। राज्यसभा अब एक पार्किंग स्थल बन गई है। इसकी जांच की जानी चाहिए कि देश को अब राज्यसभा की जरूरत है या नहीं।”
कांग्रेस पार्टी ने रविवार को राज्यसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जिसमें कई प्रमुख नेताओं के नाम गायब हैं। ऐसे में पार्टी में असंतोष के स्वर उठ रहे हैं। राजस्थान से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया है। ये तीनों उम्मीदवार राजस्थान के नहीं हैं। राजस्थान के सिरोही से कांग्रेस विधायक संयम लोढ़ा ने सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी को यह बताना होगा कि राजस्थान से किसी को नामांकित क्यों नहीं किया गया। कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए रविवार को 10 उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसमें केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम, जयराम रमेश और अजय माकन के साथ ही पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला शामिल हैं। चिदंबरम को तमिलनाडु, रमेश को कर्नाटक, माकन को हरियाणा और सुरजेवाला को राजस्थान से उम्मीदवार बनाया गया है।
पार्टी ने मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को राजस्थान से, विवेक तन्खा को मध्य प्रदेश, राजीव शुक्ला और रणजीत रंजन को छत्तीसगढ़ तथा इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाया है। अगले दो महीनों में राज्यसभा में 55 सीट रिक्त हो रही हैं। सात कांग्रेस सदस्य चिदंबरम (महाराष्ट्र), रमेश (कर्नाटक), अंबिका सोनी (पंजाब), विवेक तन्खा (मध्य प्रदेश), प्रदीप टम्टा (उत्तराखंड), कपिल सिब्बल (उत्तर प्रदेश) और छाया वर्मा (छत्तीसगढ़) अपने कार्यकाल पूरे करेंगे।