नई दिल्ली । देश की शीर्ष तीन दूरसंचार कंपनियां (Telecom companies) वोडाफोन, एयरटेल और जियो (Vodafone, Airtel and Jio) चालू वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में मोबाइल का टैरिफ (mobile tariff) बढ़ाने की योजना बना रही हैं। इससे इनके राजस्व मे 20-25 फीसदी की बढ़त दिख सकती है। कंपनियों का मानना है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो स्पेक्ट्रम और नेटवर्क पर निवेश से उनका घाटा हो सकता है। घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने यह जानकारी दी है।
क्रिसिल ने एक रिपोर्ट में कहा कि पिछले वित्तवर्ष में प्रति ग्राहक कमाई में 5 फीसदी की कमी आने पर कंपनियों के सामने मुश्किल आ गई थी। इससे यह फैसला इन्हें लेना पड़ रहा है। पिछले वित्तवर्ष में इन कंपनियों के ग्राहकों की संख्या में कमी आई थी, क्योंकि 3.70 करोड़ ग्राहक इनएक्टिव (निष्क्रिय) थे।
नवंबर-दिसंबर में बढ़ा था किराया
अगस्त 2021 से फरवरी, 2022 के दौरान रिलायंस दियो के एक्टिव ग्राहकों की संख्या 94 फीसदी थी। भारती एयरटेल के पास 99 फीसदी एक्टिव ग्राहक थे। वोडाफोन आइडिया के 3 करोड़ एक्टिव ग्राहक कम हो गए क्योंकि इसने 4जी सेवा में बहुत ज्यादा निवेश नहीं किया। इससे पहले इन तीनों कंपनियों ने नवंबर-दिसंबर में 20-25 फीसदी किराया बढ़ाया था।