एक करोड़ की फिल्मी स्टाइल लूट में पुलिसवालों का हाथ, ऐसे दिया वारदात को अंजाम
नई दिल्ली: जिस पुलिस पर अपराध रोकने की जिम्मेदारी है वही अगर अपराधियों के साथ मिलकर अपहरण और लूट में शामिल हो जाएं तो शहर की कानून-व्यवस्था का भगवान ही मालिक है। मुंबई से सटे वाशी में ऐसा ही कुछ हुआ। मुंबई पुलिस के दो अफसर और एक जवान पर व्यापारी का अपहरण कर उससे एक करोड़ रुपये लूटने का आरोप लगा है। ट्रॉम्बे पुलिस थाने में कार्यरत तीनों पुलिस वालों को वाशी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
48 करोड़ रुपये बरामद
गिरफ्तार पुलिस वालों में दो पुलिस उप निरीक्षक क्रमशः पंकज रघुनाथ खैरनार और निलेशकुमार संदनशिव हैं जबकि तीसरा पुलिस वाला सिपाही जनार्दन राजे है। मामले में दो और आरोपी गिरफ्तार हुए हैं जबकि चार की अभी तलाश जारी है। पुलिस ने लूट की रकम में से 48 करोड़ रुपये भी बरामद कर लिए हैं।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त शाहजी उमाप के मुताबिक, 19 दिसंबर को वाशी टोल नाके के पास लग्जरी बस से कर्नाटक जा रहे एक व्यापारी को जबरदस्ती बस से उतारकर उसे पहले स्कोर्पियो गाड़ी में बिठाया गया और फिर घंटों शहर में घुमाने के बाद उसे जीप से बाहर धकेल कर एक करोड़ की रकम लूट ली गई थी। शिकायत मिलने पर जब जांच शुरू हुई तो वारदात में कुछ पुलिस वालों के हाथ होने की जानकारी मिली।
मास्टरमाइंड है अल्ताफ
डीसीपी ने आगे बताया कि वारदात का मास्टर माइंड अल्ताफ नाम का शख्स है। उसे जब पता चला कि कर्नाटक का व्यापारी सलीम मुंबई से वापस लौटते समय अपने साथ एक करोड़ रुपये की रकम ला रहा है तो उसने अफसर नाम के दूसरे आरोपी को पूरी जानकारी दी। अफसर ने अपने एक और साथी उदय के जरिये ट्रॉम्बे पुलिस थाने के तीन पुलिसवालों के साथ मिलकर लूट की साजिश रची। उसने पुलिसवालों को भरोसा दिलाया था कि रुपया हवाला का है इसलिए पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं होगी। हम पहले भी ऐसा कर चुके हैं।
मुख्य आरोपी अब भी फरार
जांच में पता चला है कि लूट की रकम में से पुलिसवालों को 14-14 लाख रुपये मिले थे जबकि 45 लाख रुपये अफसर खुद लेकर भटकल भाग गया। पुलिस अब मामले में फरार आरोपी अल्ताफ और अफसर की तलाश में जुटी है। चूंकि लूटी गई रकम हवाला के जरिये जा रही थी इसलिए रुपया कहीं काली कमाई का तो नहीं ये जानने के लिए मामले में आयकर विभाग की भी मदद ली जा रही है।