नई दिल्ली । फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) ने मंगलवार को मुंडका में भीषण आग के तीन और पीड़ितों के डीएनए प्रोफाइल सौंपे और उनका बाद में उनके परिजनों से मिलान किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। तीन शवों की पहचान मधु देवी, नरेंद्र और मुस्कान के रूप में हुई।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी दिल्ली) समीर शर्मा ने कहा कि 27 शवों को संजय गांधी अस्पताल में संरक्षित किया गया था और उनके परिवार के सदस्यों के रक्त के नमूने डीएनए प्रोफाइलिंग और मिलान के लिए एफएसएल भेजे गए थे।
डीसीपी ने कहा, “मामले के शुरुआती चरण में आठ शव उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिए गए थे। अब सौंपे गए शवों में से सात के डीएनए प्रोफाइल का उनके परिवार के सदस्यों के साथ मिलान किया गया है।”
इन सात लोगों की पहचान तान्या चौहान, मोहिनी, कैलाश ज्ञानी, अमित ज्ञानी, यशोदा, विशाल और दृष्टि के रूप में हुई है।
डीसीपी ने कहा, “बिहार निवासी रंजू देवी के डीएनए सैंपल का उसके बेटे से मिलान नहीं हुआ था। इसलिए आज उसके माता-पिता का भी ब्लड सैंपल लिया गया और मिलान के लिए एफएसएल/रोहिणी भेजा जाएगा।”
इसके अलावा, एफएसएल अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने पिता अमर नाथ गोयल के शरीर से मिलान करने के लिए आरोपी हरीश गोयल और वरुण गोयल के नए रक्त के नमूने लें।
मुंडका में भीषण आग की घटना में मारे गए अपने परिजनों के शव नहीं मिलने से क्षुब्ध होकर मृतक के परिजनों ने एक जून को विरोध प्रदर्शन किया था।
राष्ट्रीय राजधानी में हाल के वर्षो में हुई सबसे भीषण त्रासदियों में से एक में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में एक मेट्रो स्टेशन के पास स्थित एक चार मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी।
शव इस कदर जल गए थे कि करीब एक महीने बाद भी 27 में से 10 शवों की ही शिनाख्त हो पाई है।