प्रयागराज: महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के दृष्टिगत विभिन्न विभागों द्वारा दिए गए प्रस्तावों की समीक्षा हेतु मंडलायुक्त संजय गोयल की अध्यक्षता में कार्यालय स्थित गांधी सभागार में आज भी बैठक आयोजित की गई जिसमें कई विभागों के प्रस्तावों को मंडल आयुक्त द्वारा अनुमोदन मिल गया। सर्वप्रथम जनपद को यातायात समस्याओं से निजात दिलाने तथा उसे डीकन्जेस्ट कराने हेतु प्रस्तावित मेट्रो रूट्स के चारों छोरों पर बस अड्डे विकसित करने तथा इनके रूट्स को रिंग रोड से जोड़ने का सुझाव दिया गया जिसपर मंडलायुक्त ने अपनी मुहर लगाते हुए इस कार्य के दृष्टिगत एक फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भविष्य में बनाए जाने वाले इन बस अड्डों तक जनपद वासियों को पहुंचने में कोई कठिनाई न हो इसके दृष्टिगत सिटी बस सर्विस का विस्तार करने एवं उसके माध्यम से सभी रूट्स कवर करने का भी सुझाव दिया है।
इसी क्रम में चिकित्सा विभाग द्वारा दिए गए प्रस्तावों में से टीबी सप्रू अस्पताल में ब्लड बैंक अपग्रेडेशन करने, रैन बसेरा एवं दिव्यांगों हेतु शौचालय बनाने, आधुनिक किचन विकसित करने तथा लेप्रोस्कोपी एवं आंखों के इलाज हेतु अस्पताल को और आधुनिक बनाने वाले प्रस्तावों को भी मंडलायुक्त के स्तर से हरी झंडी मिल गई है। साथ ही डफरिन अस्पताल में भी रैन बसेरा बनाने के प्रस्ताव को अनुमोदन मिल गया है।
जनपद के अस्पतालों में सीवेज एवं बायोमडिकल वेस्ट के ट्रीटमेंट हेतु उनका अपना एसटीपी अभी कहीं भी नहीं है, अतः विभिन्न अस्पतालों में इसे विकसित करने के सुझाव पर भी विस्तार से चर्चा की गई। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के ओपीडी तथा प्रतीक्षालय विस्तार, रोगी किचन के जीर्णोद्धार तथा उच्चीकरण के कार्यों को कराने हेतु भी विभिन्न प्रस्तावों पर मुहर लगा दी गई है जिन्हें अब शासन से अनुमोदन हेतु अग्रसारित किया जाएगा।
कुंभ मेले में आने वाली भीड़ के दृष्टिगत विद्युत व्यवस्था सुचारू रखने हेतु 132 के0वी0 विद्युत उपकेंद्र जीआईसी करेली से 33/11 के0वी0 विद्युत उपकेंद्र ओल्ड खुसरो बाग, न्यू खुसरू बाग, कल्याणी देवी एवं करेलाबाग तक आवश्यकता अनुसार पक्का ट्रंच बनाकर 33के0वी0 की विद्युत केबल लाइन का कार्य जिससे रेलवे स्टेशन एवं आसपास के क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति सुदृढ़ हो सकेगी को भी हरी झंडी मिल गई है।
बैठक में जनपद की हेरीटेज बिल्डिंग्स के जीर्णोद्धार एवं विभिन्न स्थानों पर फसाद लाइटिंग डेवलप करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई जिसके दृष्टिगत मंडलायुक्त ने एक कार्य योजना बनाकर किन-किन स्थानों/हेरीटेज बिल्डिंग्स को इसमें सम्मिलित किया जा सकता है उसका चिन्हांकन करने के निर्देश दिए हैं।