दस्तक टाइम्स/एजेंसी
काबुल: अफगान संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान में भी लोकतंत्र मजबूत हो रहा है और ये संसद अफगान लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करेगी। पीएम मोदी ने कहा कि अफगान संसद की ये इमारत भारत और अफगानिस्तान के बीच मजबूत होने संबंधों का प्रतीक है।
– अटल के जन्मदिन पर अफगानिस्तान संसद का उद्घाटन अहम।
– इस काम के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन से खास कोई और दिन नहीं हो सकता था।
– अटल जी ने 11 साल पहले करजई साहब के साथ पार्टनरशिप में इस प्रोजेक्ट का सपना देखा था।
– हम इस बात से बेहद प्रभावित हैं कि आपने इस इमारत का नाम अटल ब्लॉक चुना है।
– लोगों की अपेक्षा पूरी करेगी ये संसद।
– यह इमारत भारत-अफगान दोस्ती का प्रतीक।
– बुलेट को बैलेट से हराना होगा।
– अफगानिस्तान का हमदर्द है भारत।
– अपनी आवाज को नहीं, शब्दों को बुलंद करें, फूलों को पनपने में बारिश मदद करती है, तूफान नहीं।
– भारत-अफगान स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास साझा।
– शहीद अफगान सुरक्षाबलों के 500 बच्चों को स्कॉलरशिप।
– अफगानिस्तान में शांति से पूरे क्षेत्र की तरक्की।
– आतंक के खात्मे से ही अफगानिस्तान का विकास।
– भारत और अफगान के हर नागरिक के दिल में एक-दूसरे के लिए बेहद प्यार है।
– जब आपने नई सदी में नए सफर की शुरुआत की, तो हमें आपके साथ खड़े रहने और आपके कदम से कदम मिलाने में गर्व महसूस हुआ।
– हमारी पार्टनरशिप से ग्रामीण लोगों को स्कूल, सिंचाई की सुविधा, हेल्थ केयर सेंटर और महिलाओं को अवसर मिले हैं।
– कुछ लोगों को भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती से जलन है।
– मैं यहां 1.25 अरब भारतीयों की तरफ से मौजूद हूं।
– अभिभूत हूं आपके संसद भवन में अटल ब्लॉक है, ये हमारे आपसी सौहर्द और दोस्ती दर्शाता है।