PhonePe ला रही अपना IPO, लेकिन इन कंपनियों में हैं हिस्सेदारी
नई दिल्ली। डिजिटल भुगतान से जुड़ी सेवाएं देने वाली कंपनी फोनपे (PhonePe) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) से जुड़ी तैयारी शुरू कर दी है। आइपीओ (IPO) के लिए फोनपे आठ से 10 अरब डालर के मूल्यांकन तय करने पर विचार कर रही है। बता दें कि IPO लाने की तैयारी कर रही है PhonePe। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट समूह की इकाई फोनपे ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये पैसा जुटाने का प्लान तैयार किया है।
निवेश बैंकिंग सूत्रों ने बताया कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिये धन जुटाकर अपने वित्तीय सेवा पोर्टफोलियो का विस्तार करने और अपने मुख्य यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) आधारित भुगतान परिचालन को ‘गहरा’ करने का है। उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान कंपनी आठ से दस अरब डॉलर के मूल्यांकन पर यह राशि जुटाना चाहती है। सूत्रों के बताया कि कंपनी आईपीओ प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए जल्द ही बैंकरों और कानूनी सलाहकारों से संपर्क करेगी। साथ ही कंपनी ने अपनी पंजीकृत होल्डिंग इकाई को सिंगापुर से भारत स्थानांतरित करने की योजना बनाई है। फोनपे के निदेशक मंडल ने पहले ही होल्डिंग कंपनी को भारत स्थानांतरित करने के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है। Walmart-Flipkart की PhonePe में 87% हिस्सेदारी है।
सिंगापुर से भारत लाने की तैयारी
फोनपे अभी सिंगापुरा में रजिस्टर्ड है। कंपनी इसे सिंगापुर से भारत में लाने की प्रक्रिया से गुजर रही है। वर्तमान में फोनपे मंथली वॉल्यूम में 47 फीसदी हिस्सेदारी के साथ यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में लीडर है। कंपनी ने हाल ही में म्यूचुअल फंड लाइसेंस (Mutual Fund License) और एनबीएफसी लाइसेंस ( NBFC License) के लिए आवेदन किया है।
फोनपे 2015 में शुरू हुआ था
आपको बता दें फोनपे 2015 में समीर निगम द्वारा शुरू किया था। 2020 मे फोनपे ने 700 मिलियन डॉलर जुटाये थे। अब तक कंपनी 13 राउंड में टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ( Tiger Global Management) जैसे निवेशकों से कुल 1.7 बिलियन डॉलर फंड जुटा चुकी है।