अगले डेढ़ साल में केंद्र द्वारा 10 लाख सरकारी नौकरियां, 35 हजार से एक लाख रुपये सैलरी
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के अनुसार, अगले डेढ़ साल में केंद्र द्वारा दस लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। मौजूदा समय में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों में करीब पौने नौ लाख रिक्तियां हैं। इनमें सबसे ज्यादा रिक्तियां ग्रुप ‘सी’ में आती हैं। ग्रुप ‘सी’ के खाली पदों की संख्या लगभग 85 फीसदी है। इसके बाद ग्रुप ‘बी’ का नंबर आता है।
ग्रुप ‘ए’ की बात करें तो इसमें केवल तीन फीसदी कर्मी शामिल हैं। बाकी कर्मी ग्रुप ‘बी’ के अंतर्गत आते हैं। ग्रुप ‘बी’ व ‘सी’ की तैयारी कर रहे युवाओं की बल्ले-बल्ले होगी। उन्हें 35 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक की सैलरी मिलेगी। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में एक लाख से ज्यादा रिक्तियां हैं। यहां पर एसआई से नीचे वाले पद ग्रुप ‘सी’ के तहत आते हैं। सिविल डिपार्टमेंट में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तुलना में वेतन कुछ कम रहता है।
विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों में 8.72 लाख पद खाली
एक मार्च 2020 तक केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों में 8.72 लाख पद खाली थे। इसके बाद दो साल में नई नियुक्तियां अधिक नहीं हो सकी हैं, जबकि रिटायरमेंट तय समय पर ही हुए हैं। इससे रिक्तियों की संख्या और ज्यादा बढ़ गई है। केंद्र सरकार में सबसे ज्यादा पद ग्रुप ‘सी’ के खाली हैं। उसके बाद ग्रुप ‘बी’ के पदों की संख्या है। 01 मार्च 2019 को खाली पदों की संख्या 9,10,153 थी। पहली मार्च 2018 को केंद्र सरकार में 6,83,823 पद खाली थे। अकेले रेलवे में ही करीब ढाई लाख पद रिक्त हैं। सिविल डिफेंस में 2.5 लाख पद खाली हैं। यहां पर 6.33 लाख कर्मचारियों के स्वीकृत पद हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले विभिन्न बलों एवं विभागों में दो साल पहले तक लगभग 1.30 लाख पद खाली थे। राजस्व विभाग में भी करीब 75 हजार रिक्तियां हैं। डाक विभाग में 2.67 लाख पद खाली हैं।
साल 2020 में ग्रुप ‘सी’ के साढ़े सात लाख से ज्यादा पद रिक्त थे, जबकि ग्रुप ‘बी’ में करीब 96 हजार पद खाली पड़े थे। यहां पर अगर ग्रुप ‘ए’ को देखा जाए तो उसमें रिक्तियों की संख्या लगभग 22 हजार रही है। बीएमएस के महासचिव मुकेश सिंह का कहना है, केंद्र सरकार की रिक्तियों से युवाओं में खुशी की लहर है। युवा, कई साल से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। ग्रुप ‘सी’ में क्लर्क, मल्टी टास्किंग स्टाफ, सहायक, एएसआई, हवलदार, स्टोरकीपर व खजांची जैसे कर्मचारी शामिल हैं। इनकी बेसिक सैलरी 18 हजार रुपये से शुरू होती है। भत्तों को मिलाकर उन्हें 30 से 35 हजार रुपये प्रति माह मिल जाते हैं। ग्रुप ‘बी’ श्रेणी में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, सेक्शन अफसर, जूनियर इंजीनियर व अकाउंटेंट आदि कर्मचारी आते हैं। इनकी बेसिक सैलरी साढ़े 35 हजार रुपये होती है। अन्य भत्तों को मिलाकर इन्हें 50 से 55 हजार रुपये का मासिक वेतन मिल जाता है।
सीएपीएफ में वेतन दूसरे सिविल महकमों से कुछ अधिक होता है। सुरक्षा बलों में वेतनमान 9300 रुपये से 34800 के बीच रहता है। लेवल वन पर 35400, लेवल टू पर 36500, लेवल थ्री पर 37600, लेवल फोर पर 38700, लेवल फाइव पर 39900, लेवल सिक्स पर 41100, लेवल सात पर 42300, लेवल आठ पर 43600, लेवल नौ 44900, लेवल 35 पर 96900, लेवल 36 को 99800, लेवल 37 पर 102800, लेवल 38 पर 105900 और लेवल 40 पर 112400 रुपये मिलते हैं। इसी तरह से ग्रुप ‘सी’ में विभिन्न सैलरी वर्ग हैं। पे लेवल पांच में 5200 रुपये से 20200 रुपये वेतनमान वाले कर्मी शामिल हैं।
इन्हें लेवल वन पर 25500 रुपये से लेकर लेवल 40 पर 81100 रुपये मिलते हैं। पे लेवल 3 की बात करें तो यहां भी 5200 से 20200 रुपये का पे बैंड होता है। लेवल 3 पर कम से कम 21700 रुपये, लेवल 5 पर 24500, लेवल 10 पर 28400, लेवल 15 पर 33000, लेवल 20 पर 38300 रुपये और लेवल 30 पर 51500 रुपये मिलते हैं। इसके बाद लेवल 35 वाले को 59600 रुपये और लेवल 40 वाले कर्मी को 69100 रुपये मिलते हैं। पे लेवल 2 में ग्रुप ‘सी’ को 19900 से लेकर लेवल 10 पर 26000 रुपये मिलते हैं। लेवल 20 पर 35000, लेवल 30 पर 47100 व लेवल 40 पर 63200 रुपये मिलते हैं। पे लेवल 1 में कम से कम 18000 रुपये, लेवल 10 पर 23500, लेवल 20 पर 31500 और लेवल 40 पर 56900 रुपये मिलते हैं।