नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव पर भाजपा के केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से बात करने का जिम्मा दिया गया है। भाजपा पार्टियों के बीच आम सहमति बनाने की कोशिश कर रही है। दोनों नेताओं ने विभिन्न राजनीतिक दलों के मुखियाओं से बात भी शुरू कर दी है। भगवा पार्टी का ध्यान तीन नेताओं – नीतीश कुमार, नवीन पटनायक और जगन मोहन रेड्डी के स्टैंड पर है।
भाजपा की तरफ से चुनावी मैदान में उतरने वाले राष्ट्रपति उम्मीदवार को बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस जैसी कुछ पार्टियों के समर्थन की आवश्यक्ता होगी। बुधवार को राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के अलावा कुछ अन्य प्रमुख विपक्षी नेताओं से फोन पर बात की।
राष्ट्रपति चुनाव में किसका समर्थन करना है इसके लिए जद(यू) ने नीतीश कुमार को अधिकृत किया है। जद (यू) को लेकर इसलिए भी उत्सुकता अधिक है क्योंकि उसने पिछले दो राष्ट्रपति चुनावों में गठबंधन लाइन से अलग हटकर उम्मीदवारों का समर्थन किया था। 2012 में जब नीतीश कुमार एनडीए में थे तब उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था। एक साल बाद 2013 में नीतीश ने एनडीए के साथ गठबंधन तोड़ दिया और विपक्षी यूपीए के साथ जुड़ गए। 2017 में जब नीतीश महागठबंधन में थे तो उन्होंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन किया। कोविंद उस समय बिहार के राज्यपाल थे और नीतीश ने इसे अपना समर्थन देने का एक कारण बताया। उसी वर्ष उन्होंने राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ दिया और फिर से एनडीए में शामिल हो गए।
आपको बता दें कि बीते दिनों केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए नीतीश कुमार से मिलने बिहार गए थे। हालांकि, नीतीश कुमार के एनडीए उम्मीदवार का समर्थन नहीं करने का कोई कारण नहीं दिखता है। लेकिन वह आखिरी वक्त तक अपने पत्ते खोलने के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उनकी पार्टी के नेताओं ने मांग की कि उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाए। हालांकि, नीतीश कुमार ने खुद इस दौड़ में शामिल होने की बात से इनकार कर दिया।
ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी नेता नवीन पटनायक ने हाल ही में पीएम से मुलाकात की थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया था कि बीजेडी को एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। बीजेडी बुधवार को राष्ट्रपति चुनाव पर विपक्ष की बैठक का हिस्सा नहीं था और यह एक संकेत है। जद (यू) की तरह बीजेडी में भी इस मुद्दे पर सीएम पटनायक फैसला लेंगे।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अब तक विपक्षी दलों से दूरी बनाए रखी है और संसद में कई मुद्दों पर एनडीए सरकार के साथ खड़े रहे हैं। जगन ने हाल ही में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। भाजपा नेताओं के आने वाले दिनों में उनसे संपर्क करने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में भगवा पार्टी उम्मीदवार की घोषणा कर देगी।