विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले विशिष्टजनों को किया सम्मानित
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को आई.आर.डी.टी ऑडिटोरियम में आयोजित उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के द्वितीय प्रांतीय सम्मेलन में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, समाजसेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को उत्तराखण्ड पत्रकार यूनियन देवभूमि रत्न अवार्ड से सम्मानित किया तथा उत्तराखंड पत्रकार यूनियन की स्मारिका का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार को पत्रकारों को दी जाने वाली पेंशन से सम्बन्धित नियमों को सरल बनाये जाने के निर्देश देते हुए प्रदेश सरकार द्वारा पत्रकार कल्याण कोष के अधीन दी जाने वाली पत्रकार पेंशन की धनराशि 5000 से बढ़ाकर 8000 किए जाने, एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों से देहरादून आने वाले पत्रकारों को पूर्व की भांति सूचना विभाग द्वारा आवास व्यवस्था किये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे मीडिया से जुड़े अधिकांश पत्रकार भाइयों से परिचित हैं। पत्रकारिता का छात्र होने के नाते वे पत्रकारिता क्षेत्र की समस्याओं से भी परिचित हैं। आज समय के साथ पत्रकारिता के आयाम बदले हैं। पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए उन्होंने कहा कि निडर, निर्भीक, निष्पक्ष पत्रकारिता का समाज में अहम योगदान रहता है। एक पत्रकार हमेशा समाज को शिक्षा देने के साथ दिशा देने का भी कार्य करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा की जनता एवं सरकार के बीच में संवाद कायम कर, सरकार एवं प्रशासन के सामने जनता की समस्याओं को सामने लाकर पत्रकार हमेशा ही अहम भूमिका निभाते हैं, साथ ही संवाद का माध्यम बनकर विकास में अपना योगदान देते हैं। उन्होंने सभी पत्रकारों से हमेशा साफ-सुथरी एवं निर्भीक निष्पक्ष निडर पत्रकारिता के साथ चलने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि कलम की ताकत हमेशा ही अन्य ताकतों पर भारी रहती है।
इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव सूचना श्री अभिनव कुमार ने कहा कि सरकारी सेवा में आने से पहले वे भी पत्रकार रहे हैं। यह संयोग ही है कि उन्हें आज पत्रकारों के साथ सहयोगी के रूप में कार्य करने का भी अवसर मिला है। उन्होंने पत्रकारों से सकरात्मक एवं तथ्यात्मक रूप से जो कमियां उन्हें दिखाई दे उससे अवगत कराने तथा समाजहित से जुड़े कार्यों के प्रचार प्रसार में सहयोग की अपेक्षा की।