राज्यराष्ट्रीय

अग्निपथ: कांग्रेस का सत्याग्रह, प्रियंका ने कहा- ‘फर्जी राष्ट्रवादियों’ को पहचानिए

नई दिल्ली: केंद्र सरकार (Central Government) पर अपना हमला तेज करते हुए कांग्रेस (Congress) ने अग्निपथ योजना (Agneepath Yojana) का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के समर्थन में रविवार को सत्याग्रह का आयोजन किया। इसके साथ ही पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने युवाओं से ‘‘फर्जी राष्ट्रवादियों” को पहचानने की अपील करते हुए उनसे कहा कि युवा देश में ऐसी नयी सरकार का गठन सुनिश्चित करें जो ‘‘वास्तविक तौर पर देशभक्त हो।”

उन्होंने आरोप लगाया कि अग्निपथ योजना उनके (युवाओं) एवं सेना के लिए विनाशकारी साबित होगी। जंतर-मंतर पर आयोजित सत्याग्रह में प्रियंका गांधी के अलावा, पार्टी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, हरीश रावत, संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश, सलमान खुर्शीद, सचिन पायलट, दीपेंद्र हुड्डा और अजय माकन सहित कई शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया।

कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के लिए फायदेमंद नहीं है और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा होगा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं को लक्षित करते हुए अपने संबोधन में कहा, ‘‘ आपसे बड़ा देशभक्त कोई नहीं है।

मैं आपको बताना चाहती हूं, आप अपनी आंखें खोलिए तथा फर्जी राष्ट्रवादियों एवं फर्जी देशभक्तों को पहचानिए। पूरा देश और कांग्रेस आपके संघर्ष में आपके साथ है।” उन्होंने हरिवंशराय बच्चन की कविता ‘अग्निपथ’ की पंक्तियां उद्धृत करते हुए युवाओं से दृढ़ता एवं शांतिपूर्वक संघर्ष करने की अपील की। प्रियंका ने कहा, ‘‘ इस कविता के शीर्षक को योजना का नाम दिया गया है, जो युवाओं को बर्बाद कर देगी। यह योजना सेना को तबाह कर देगी। इस सरकार की मंशा को पहचानिए।”

उन्होंने कहा, ‘‘लोकतांत्रिक तरीके से तथा सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए इस सरकार को गिराइए। आपका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होना चाहिए कि देश में ऐसी सरकार बने, जो असली देशभक्ति दिखाए तथा इस देश के गरीबों एवं युवाओं को आगे ले जाए।” उन्होंने प्रदर्शनकारी युवकों से अपील की कि वे हिंसा का सहारा न लें।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि युवा जानें कि हम आपकी पीड़ा समझते हैं। यह आपका देश है और इस देश की संपत्ति आपकी है। इसलिए उसकी रक्षा करना आपकी जिम्मेदारी है। मैं आपसे प्रदर्शन रोकने के लिए नहीं, बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने की अपील करती हूं। देश के लोकतंत्र की रक्षा करना आपका कर्तव्य है। कांग्रेस का हर नेता इस कर्तव्य को पूरा करने में आपका सहयोग करेगा।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार बड़े उद्योगपतियों के लिये काम कर रही है।

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘ मैं आपसे अपने आसपास की स्थिति समझने की अपील करती हूं कि यह सरकार कर क्या रही है। यह सरकार गरीबों और अपने लोगों के लिए नहीं, बल्कि बड़े उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। ” उन्होंने कहा, ‘‘(उत्तर प्रदेश में) सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे कुछ युवाओं से मैं मिली, उन्होंने कहा कि वे उम्मीद खो बैठे हैं। उन्होंने कहा कि वे सेना में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन वे अब गन्ना बेचने जा रहे हैं। हम आपका दर्द समझते हैं।”

सभा को संबोधित करते हुए, पार्टी नेता सचिन पायलट ने कहा कि अगर सरकार पैसा बचाना चाहती है तो उसे सेंट्रल विस्टा परियोजना को शुरू नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सरकार ने दो विमान खरीदे हैं, जिसके न खरीदने से हजारों करोड़ रुपये की बचत हो सकती थी। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उन्होंने अग्निपथ योजना लाकर युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ किया। इसे वापस लिया जाना चाहिए। युवाओं को भी हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करना चाहिए। हमारी पार्टी उनके साथ है।”

पार्टी नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चौथे वर्ष में एक ‘अग्निवीर’ अपने भविष्य को लेकर असुरक्षित हो जाएगा। उन्होंने पूछा कि जिस देश का सैनिक अपने भविष्य को लेकर असुरक्षित है, उस देश की सुरक्षा का क्या होगा? अग्निपथ के बचाव को लेकर भाजपा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका और इस्राइल के विदेशी मॉडल भारत में काम नहीं करेंगे। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उनके राज्य में सेना में शामिल होना एक परंपरा थी और इसे केवल जीविकोपार्जन के साधन के रूप में नहीं देखा जाता था।

उन्होंने कहा, ‘‘हर रेजिमेंट का वीरता का इतिहास होता है और आप उस इतिहास को नष्ट करना चाहते हैं। हम इस फैसले की निंदा करते हैं, जो बिना सोचे समझे लिया गया है।” कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है, संभवत: इस कारण कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सत्याग्रह के दौरान नहीं दिखे।

‘सत्याग्रह’ प्रदर्शन स्थल पर पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गयी है। जंतर-मंतर पर आने-जाने के रास्तों को बंद कर दिया गया है। कांग्रेस नेताओं ने ‘ ना सुरक्षा, ना पेंशन है, अग्निपथ एक टेंशन है’ एवं ‘अग्निपथ एक झांसा है, युवाओं को फांसा है’ जैसे नारे लगाये। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिनपर अग्निपथ योजना वापस लेने मांग की गयी थी।

Related Articles

Back to top button