मानसिक रूप से विशेष बच्चों के लिए योग शिविर का आयोजन, बताए गए योगासनों के फायदे
नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में ‘स्पेशल ओलम्पिक्स भारत’ ने मानसिक रूप से विशेष बच्चों के लिए योग शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन मैत्रेयी कॉलेज और होटल ललित के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल कोचिंग कैम्प के समापन सत्र के दौरान हुआ। इस दौरान बच्चों को कई योगासनों और प्राणायाम का अभ्यास कराया गया और उन्हें उनके फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर उपस्थित ‘स्पेशल ओलम्पिक्स भारत’ की चेयरपर्सन और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की पत्नी डॉ. मल्लिका नड्डा, ललित होटल की सीएमडी ज्योत्सना सूरी, यदु पब्लिक स्कूल की चेयरपर्सन कुंज यादव, पंजाब केसरी प्रकाशन समूह की किरण चोपड़ा आदि ने न सिर्फ बच्चों की हौसलाफजाई किया, बल्कि उनके साथ योगासन भी किए।
‘बच्चों के साथ योग करने का अनुभव बिल्कुल अलग’
स्वयं राष्ट्रीय स्तर की एथलीट रह चुकी कुंज यादव ने बताया कि स्पेशल ओलिंपिक भारत असल में भारत सरकार के खेल एवं युवा मंत्रालय का एक विशेष प्रयास है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खेलो इंडिया के अंतर्गत दिव्यांगों व शारीरिक एवं मानसिक रूप से विशेष बच्चों के लिए शुरू किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मैं हर साल बहुत सारे योग कार्यक्रम में अवश्य शामिल होती हूं। लेकिन इन बच्चों के साथ योग करने का अनुभव बिल्कुल अलग है।
कुंज ने कहा, “आज हमारा देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। ऐसे में एक जिम्मेदार नागरिक, विशेष रूप से एक मां होने के नाते मुझे लगता है कि हमें उन बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, जो कुछ विशेष शारीरिक अथवा मानसिक चुनौतियों के कारण समाज की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो पाते हैं या फिर बहुत पीछे छूट जाते हैं। ये भी हमारी सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है।” उन्होंने कहा कि मेरी नजर में योग- स्वस्थ तन-मन के साथ एक सुखी, समृद्ध और संतोषजनक जीवन की परिकल्पना को साकार करने का नाम है। इन बच्चों को प्यार और सम्मान देकर और इनके साथ योग करके मुझे वैसी ही शांति की अनुभूति हुई है, जैसी घण्टों ध्यान अथवा प्राणायाम करने के बाद होती है।