महिला सशक्तिकरण का आइना बना पंचायत चुनाव
रीवा : शासन और सरकार द्वारा महिलाओं को हर क्षेत्र में अधिक भागीदारी देने तथा महिला सशक्तिकरण के लगातार प्रयास किये जा रहे है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सहित अनेक क्षेत्रों में महिलाएं पूरी मजबूती के साथ कदम आगे बढ़ा रही हैं। जिले में वर्तमान में पंचायतराज संस्थाओं के आम चुनाव जारी हैं। पंचायत चुनाव में भी रीवा जिले में महिलाओं की भागीदारी महिला सशक्तिकरण का आईना बन गई है। प्रथम चरण की ही तरह दूसरे चरण के मतदान में भी महिलाओं का प्रतिशत पुरूषों से अधिक रहा है। दोपहर 3 बजे तक दर्ज हुए कुल 59.1 प्रतिशत मतदान में पुरूषों का प्रतिशत 55.9 तथा महिलाओं का प्रतिशत 62.54 है। पुरूषों की तुलना में महिलाओं का मतदान प्रतिशत लगभग 7 प्रतिशत अधिक रहा। यह महिलाओं की लोकतंत्र के महापर्व मतदान में पुरूषों की तुलना में अधिक भागीदारी का सशक्त उदाहरण है।
वर्तमान पंचायत चुनाव तथा नगरीय निकाय चुनावों में उम्मीदवारों की दृष्टि से भी महिलाओं का प्रतिशत गत चुनाव की तुलना में काफी बढ़ा है। कई पदों में पुरूषों की तुलना में महिला उम्मीदवार अधिक हैं। पंचायत चुनाव में महिलाओं की अधिक भागीदारी ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं में आ रही जागरूकता तथा परिवर्तन को भी प्रदर्शित करता है। शहरी क्षेत्रों की ही तरह ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी जागरूक होकर विकास की राह में तेजी से कदम आगे बढ़ा रही हैं। वे पुरूषों से किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं। राजनैतिक क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने उनकी परिवार तथा समाज में भूमिका को बदल दिया है। महिलाएं अब परिवार और समाज का नेतृत्व करने के लिए तेजी से कदम बढ़ा रही हैं। पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में तीनों विकासखण्डों में महिलाओं का पुरूषों की तुलना में अधिक मतदान प्रतिशत इस बात को साबित करता है कि जागरूकता की लहर किसी एक क्षेत्र में नहीं है। यह पूरे जिले और पूरे समाज में हो रहे परिवर्तन को प्रकट कर रहा है। दूसरे चरण में विकासखण्ड रीवा में कुल 64.76 प्रतिशत मतदान हुआ। जिसमें पुरूषों का प्रतिशत 61.21 तथा महिलाओं का प्रतिशत 68.59 रहा। विकासखण्ड रायपुर कर्चुलियान में कुल 51.83 प्रतिशत मतदान हुआ। जिसमें पुरूषों का प्रतिशत 49.85 तथा महिलाओं का प्रतिशत 53.97 रहा। विकासखण्ड गंगेव में कुल 60.91 प्रतिशत मतदान हुआ। यहाँ पुरूषों का प्रतिशत 56.75 तथा महिलाओं का मतदान प्रतिशत 65.38 रहा। मतदान के ये छोटे से आंकड़े समाज में परिवर्तन की बड़ी लहर को प्रदर्शित कर रहे हैं।