पटना : बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और जेपी आंदोलन के प्रखर सेनानी रहे नरेंद्र सिंह का निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनते ही बिहार के राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके परिजनों के मुताबिक, पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह पिछले कई दिनों से बीमार थे, जिसके बाद उन्हें पटना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उन्होंने आखिरी सांस ली।
जमुई जिले के रहने वाले सिंह के निधन पर सियासी गलियारे में शोक की लहर है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है, “वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे। वे 1974 के जेपी आंदोलन के प्रखर सेनानी थे। सामाजिक कार्यो में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी। वे अपने क्षेत्र में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे। उनके निधन से मैं मर्माहत हूं।”
नीतीश ने कहा, “उन्होंने मेरे साथ मेरे मंत्रिमंडल सहयोगी के रूप में मंत्री पद की जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।”
मुख्यमंत्री ने दिवंगत नेता के पुत्र विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह से फोन पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।