पटना : बिहार करियर पोर्टल में पंजीकरण के प्रति सरकारी स्कूलों के छात्र उदासीन हैं। स्कूल भी लापरवाह बने हैं तभी तो अबतक मात्र नौ लाख 35 हजार विद्यार्थी ही करियर पोर्टल से पंजीकृत हो पाए हैं। यह 9वीं से 12वीं तक पढ़ने वाले छात्रों की संख्या का सिर्फ बीस फीसदी है। राज्य के सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं के बीच करीब 50 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। इस तरह देखा जाए तो स्कूलों की रुचि छात्रों का पंजीकरण कराने में नहीं है। पंजीकरण के लिए सभी स्कूलों से एक शिक्षक को नोडल बनाया गया था, जिसे पंजीकरण की जिम्मेवारी दी जानी थी। कई स्कूलों ने अभी तक नोडल शिक्षक भी नियुक्त नहीं किया है। शिक्षा मंत्रालय द्वारा करियर पोर्टल 2017 से चलाया जा रहा है। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में पढ़ने वाले ऐसे छात्र जिनका बिहार बोर्ड से रजिस्ट्रेशन हो चुका है, उन्हें पोर्टल से जोड़ना है। यानी 2019 से 2022 तक के नौवीं से 12वीं तक के छात्र को इसमें पंजीकृत होना है। इसका मकसद छात्रों को दसवीं और 12वीं के बाद देश-विदेशों के करियर विकल्प की जानकारी देनी है। इसके अलावा विभिन्न छात्रवृत्ति की जानकारी भी दी जाती है। पंजीकरण नहीं होने से छात्र इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं।
स्कूल में नियुक्त नोडल शिक्षक द्वारा सभी विद्यार्थी का निबंधन पोर्टल पर करना है। एक बार निबंधन होने के बाद छात्र को यूजर आईडी और पासवर्ड दिया जाता है। जिसकी मदद से छात्र करियर संबंधित जानकारी सर्च कर सकते हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् द्वारा राज्य भर में एक हजार से अधिक शिक्षकों को इसके लिए मास्टर ट्रेनर बनाया गया था। मास्टर ट्रेनरों ने अपने-अपने जिलों में नोडल शिक्षक को तैयार किये थे।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की मानें तो एक छात्र को चार साल तक पोर्टल पर रखा जाना है। छात्र नौवीं-दसवीं और 11वीं-12वीं में निबंधित होते हैं। 12वीं होने के बाद छात्र को पोर्टल से हटा दिया जाता है। 2020 और 2021 की बात करें तो पांच लाख से अधिक छात्र करियर पोर्टल पर रजिस्टर्ड हुए नहीं और अब उन्हें हटा दिया गया। शिक्षा मंत्रालय द्वारा हर साल पोर्टल को संशोधित किया जाता है।बिहार बोर्ड द्वारा अभी 11वीं में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन लिये जा रहे हैं। नामांकन होने के बाद सभी विद्यार्थी का निबंधन पोर्टल पर किया जाएगा। नौवीं में नामांकन के बाद पोर्टल पर पंजीकरण होगा। पर उससे पहले बिहार बोर्ड द्वारा नौवीं व 11वीं के छात्र का पंजीकरण किया जायेगा।
पटना के डीईओ अमित कुमार का कहना है कि स्कूलों को छात्रों को रजिस्टर्ड करने का निर्देश दिया गया है। हर स्कूल में नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को रजिस्टर्ड करना है। कई स्कूलों ने अभी तक नोडल शिक्षक भी नियुक्त नहीं किया है। इससे छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है।