गुजरात चुनाव के पर्यवेक्षक होंगे अशोक गहलोत, सचिन पायलट को भी कांग्रेस दी बड़ी जिम्मेदारी
नई दिल्ली : कांग्रेस ने इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अशोक गहलोत को वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ पर्यवेक्षक के तौर पर जिम्मा दिया गया है। इसके अलावा संतुलन साधते हुए राजस्थान के सीनियर लीडर सचिन पायलट को हिमाचल प्रदेश का पर्यवेक्षक बनाया है। वह भूपेश बघेल के साथ मिलकर पड़ोसी राज्य में पार्टी की चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे। उनके अलावा छत्तीसगढ़ के नेता टीएस सिंह देव और मिलिंद देवड़ा को भी गुजरात में बतौर पर्यवेक्षक भेजने का फैसला लिया गया है।
पंजाब के सीनियर लीडर प्रताप सिंह बाजवा को भी हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए सचिन पायलट के साथ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से बयान जारी कर यह जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत को गुजरात में वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इसके अलावा भूपेश बघेल को हिमाचल प्रदेश में चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है। हिमाचल प्रदेश और गुजरात में इसी साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं। दोनों ही राज्यों से पार्टी सत्ता से बाहर है। ऐसे में अशोक गहलोत और बघेल दोनों पर ही अहम जिम्मेदारी होगी।
गुजरात से तो पार्टी बीते दो दशकों से सत्ता से बाहर है और हार्दिक पटेल जैसे नेताओं के छोड़ जाने के बाद एक बार फिर से वह संकट में दिख रही है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में वह पहली बार वीरभद्र सिंह की गैर-मौजूदगी में चुनाव में उतरेगी। उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को पार्टी ने अहम जिम्मा दिया है। यहां पार्टी गुटबाजी में भी बंटी दिख रही है और आम आदमी पार्टी के आक्रामक प्रचार ने भी उसकी चिंताओं में इजाफा कर दिया है।
ऐसे में यह देखना होगा कि कांग्रेस कैसे एक बार फिर से पहाड़ी राज्य की सत्ता में वापसी के लिए चुनाव में उतरती है। इसी साल मार्च में यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा समेत 5 राज्यों के चुनाव में कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी थी। उसके बाद ये पहले विधानसभा चुनाव होंगे। ऐसे में इन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन मायने रखेगा।