गिलोय में चमत्कारी गुण होते हैं, जो हमारे लिए बेहद लाभकारी साबित होते हैं। गिलोय का आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसमें पाए जाने वाले पोश्क तत्व और इसके खास गुणों के कारण इसे अमृत के समान माना जाता है। गिलोय एक तरह की आयुर्वेदिक जड़ीबूटी है। इसका उपयोग प्राचीन काल से ही अलग-अलग आयुर्वेदिक दवाइयों में एक खास तत्व के रुप में किया जाता है।
आपको बता दें, गिलोय को आयुर्वेद में गर्म तासीर का माना जाता है। गिलोय का सेवन करने से न सिर्फ हमें कई रोगों से मुक्ति मिलती है, बल्कि इसका नियमित और सही मात्रा में सेवन करने से हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। गिलोय में सूजन कम करने, शुगर को नियंत्रित करने, गठिया रोग से लड़ने जैसे गुण शामिल हैं। इतना ही नहीं, इसके सेवन से सांस संबंधी रोग जैसे दमा और खांसी में आराम होता है।
गिलोय हमारी स्किन के लिए भी काफी गुणकारी साबित हुआ है। गिलोय को नीम और आंवला के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने से त्वचा संबंधी रोग जैसे एग्जिमा और सोराइसिस दूर किए जा सकते हैं। बता दें, गिलोय को खून की कमी, पीलिया और कुष्ठ रोगों के इलाज में भी फायदेमंद माना जाता है।