पानी-पानी हुआ MP, कहीं जीप डूबी तो कहीं नाव की तरह तैरने लगी कार
इंदौर ; मध्यप्रदेश में इन दिनों लगातार भारी बारिश का सिलसिला जारी है, जहां भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में अब हालात बिगड़ने लगे हैं। बारिश के चलते लोगों का जीना मुश्किल हो चुका है, तो वहीं मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों से लगातार हादसों की तस्वीरें निकलकर भी सामने आ रही है। राजधानी भोपाल से लेकर इंदौर तक भारी बारिश का सिलसिला जारी है, जहां लगातार हो रही भारी बारिश के चलते अब लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। लगातार हो रही बारिश के चलते रास्ते बंद पड़ गए हैं, तो वहीं पुल पुलिया भी जलमग्न हो गए हैं।
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जारी भारी बारिश के चलते लगातार हादसे होने की सूचना भी सामने आ रही है। इतना ही नहीं बैतूल जिले के मुलताई में एक परिवार जीप समेत नदी में बह गया, जिसके बाद परिवार के 4 लोगों के शव बरामद किए गए, तो वहीं अन्य की तलाश की जा रही है। उधर, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कार पानी के बहाव में नाव की तरह बहती नजर आ रही है।
प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते अब रेल मार्ग और सड़क मार्ग पर भी इसका असर पड़ने लगा है, जहां छिंदवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों में हो रही लगातार भारी बारिश के चलते छिंदवाड़ा-नागपुर हाईवे को 4 घंटे तक बंद रखना पड़ा। इतना ही नहीं रेल मार्ग पर रेलवे ट्रैक वॉश आउट होने के चलते रेल आवागमन भी प्रभावित रहा। उधर, भारी बारिश को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में छोटे पुल पुलिया को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
प्रदेश में लगातार जारी भारी बारिश के चलते हालात बिगड़ने लगे हैं। राजधानी भोपाल के पास स्थित सीहोर में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है, जिसके चलते सीप नदी उफान पर आ गई है। वहीं इस नदी में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू कर लिया गया है। रेस्क्यू कर रही टीम ने मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला है। उधर, गुना जिले में एक महिला के नदी में बहने की खबर भी सामने आई है।
प्रदेश में एक तरफ जहां भारी बारिश का सिलसिला जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने एक बार फिर अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज कुछ इसी तरीका बना रहेगा, जहां भारी से भारी बारिश प्रदेश के कई जिलों में हो सकती है। वहीं विभाग की ओर से जारी किए गए अलर्ट को देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी अपने स्तर पर तैयारियों में जुट चुका है।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो यदि इसी तरह का मौसम बना रहा तो जुलाई में ही मानसून अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा, संभावना तो यह भी जताई जा रही है कि, मानसून जुलाई माह में ही पूरे सीजन का कोटा भी पूरा कर सकता है। आने वाले दिनों में बनने वाले सिस्टम भी मजबूत बताए जा रहे हैं, जिसके चलते प्रदेश भर में झमाझम बारिश होने का सिलसिला जारी रहेगा, तो वहीं इसका असर मालवा निमाड़ अंचल पर भी देखने मिलेगा।