

प्रदेश में जयपुर, सीकर, दौसा, अलवर, टोंक, कोटा, बूंदी व आस-पास के इलाकों में यह ग्रहण सुबह 4.50 से 6.45 बजे तक रहेगा। ग्रहण का सूतक 8 मार्च को शाम 4.50 बजे से शुरू हो जाएगा। फिर एक सितम्बर, 16 को कंकण सूर्यग्रहण होगा, लेकिन भारत में नहीं दिखेगा।
माध्य चंद्रग्रहण भी
ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमोहन दाधीच ने बताया कि इसके अलावा 23 मार्च, 18 अगस्त व 16 और 17 सितम्बर को माध्य (उपच्क्षीय) चंद्रग्रहण होगा। लेकिन, 16 व 17 सितम्बर का चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा। माध्य चंद्रग्रहण में चंद्रमा धुंधला दिखाई देता है, पूरा ग्रहण नहीं होता। यह ग्रहण खगोलीय घटना के रूप में ही मान्य रहेगा।
9 मई को बुध का पारगमन
9 मई 2016 को विशेष खगोलीय घटना होगी, जिसमें सूर्य बिंब पर बुध का पारगमन होगा। अर्थात सूर्य बिंब में से बुध ग्रह प्रवेश करता दिखाई देगा। सूर्य बिंब पर किसी ग्रह का अतिक्रमण कभी-कभी ही होता है, जो केवल पृथ्वी पर बुध व शुक्र ग्रह से दिखाई देता है अन्य ग्रहों से नहीं।
यह घटना भारत सहित नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांगलादेश में भारतीय समयानुसार शाम 4.42 बजे से रात 12.11 बजे तक होगी। यह ग्रहण की घटना नहीं है परंतु आंखों से देखने पर नेत्र ज्योति जा सकती है। इसलिए इस घटना को सीधे नहीं देखना चाहिए।