संसद भवन परिसर में धरने और प्रदर्शन पर रोक का आदेश रूटीन प्रक्रिया का हिस्सा – लोक सभा सचिवालय
नई दिल्ली। संसद भवन परिसर में धरना, प्रदर्शन, हड़ताल और इस तरह की अन्य गतिविधियों पर रोक लगाने पर मचे राजनीतिक घमासान पर प्रतिक्रिया देते हुए लोक सभा सचिवालय ने इसे रूटीन प्रक्रिया करार दिया है। लोक सभा सचिवालय सूत्रों के मुताबिक, संसद भवन में धरना, प्रदर्शन और इस तरह की अन्य गतिविधियों पर रोक का आदेश एक रूटीन प्रक्रिया है जो सचिवालय द्वारा समय-समय पर जारी किया जाता है।
लोक सभा सचिवालय सूत्रों के मुताबिक, इस तरह का आदेश सामान्य प्रक्रिया के तहत संसद के हर सत्र से पहले या कभी-कभी संसद सत्र के दौरान भी जारी किया जाता है। दरअसल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस तरह के आदेश की एक कॉपी को शेयर करते हुए ट्वीट कर कहा, विश्वगुरु का नया काम ‘धरना’ मना है।
इस आदेश के मुताबिक, संसद भवन परिसर में कोई सदस्य धरना, हड़ताल, भूख हड़ताल नहीं कर सकेगा और इसके साथ ही वहां कोई धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित नहीं हो सकेगा। लोक सभा सचिवालय ने इस आदेश को रूटीन प्रक्रिया बताते हुए आरोपों को खारिज कर दिया। बाद में इस तरह के कई पत्र पहले भी जारी होने की जानकारी सामने आई।