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अमेरिकी सांसद ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत के नागरिकों के अधिकारों के समर्थन में रखी बात

नई दिल्ली: अमेरिकी संसद में प्रतिनिधि कैरोलिन मैलोनी ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में इस समुदाय के हालात पर चिंता भी जताई। उनका कहना है कि सिंधी समुदाय के लोग मानवाधिकारों के लिए सम्मान के पात्र हैं, चाहे वे किसी भी पंथ या आस्था के हों। मैं आग्रह करती हूं कि उनके मानवाधिकारों का सम्मान किया जाए।

सिंधी व्यक्ति जो पाकिस्तान की सरकार के उच्च पदों पर मौजूद हैं उन्हें अपराधों के लिए लंबे समय तक जेल में डाल दिया जाता है। 2022 तक पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय में एक भी सिंधी भाषी न्यायाधीश नहीं रहा। जबकि सिंधी समुदाय को यहां ईशनिंदा, पिटाई, उत्पीड़न और जबरन गायब होने जैसे कई अपराधों में घोर अमानवीय यातनाएं दी जाती हैं।

अभी कुछ माह पूर्व ही पाकिस्तान के सिंध में अपहरणकर्ताओं ने दो हिन्दू बच्चों को अगवा करने की कोशिश की, लेकिन एक भागने में सफल रहा, जबकि दूसरे को छुड़ाने की लोगों ने काफी कोशिश की। हालांकि अपहरणकर्ता बच्चे को लेकर भागने में कामयाब रहे। पाकिस्तान के ही सिंध प्रांत में जून , 2022 में हिंदू लड़की का अपहरण भी किया गया था।

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक अल्पसंख्यक हिंदुओं के मंदिरों को भी क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आता रहता है। सिंध प्रान्त में श्रीराम मंदिर में मूर्तियाँ तोड़ कीमती सामान चुरा ले जाने में कट्टरपंथी लोगों का जिक्र भी कुछ समय पहले आया था।

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