जगदलपुर : राज्य सरकार ने रोका-छेका अभियान के तहत शहरी क्षेत्रों में भी गोठान का निर्माण कर यहां मवेशियों को रखने का इंतजाम किया है। नगरपालिक निगम के नगरीय क्षेत्र जगदलपुर में 42 लाख रुपए की लागत से परपा में गोठान बनाई गई है, लेकिन यहां सिर्फ 10 मवेशी ही हैं जबकि शहर की सड़कों में सैकडों मवेशी जगह-जगह सड़कों पर डेरा जमा रखा है।
शहर में रोका-छेका अभियान का असर कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है अभियान शुरू होने के बाद इसे अमल में लाने में नगरीय निकाय लगभग विफल हो गया है, आलम यह है कि ज्यादातर मुख्य सड़कों के साथ-साथ अंदरूनी इलाकों में भी सड़कों पर बड़ी संख्या में मवेशी बैठे दिखाई देते हैं, जबकि 42 लाख रुपए की लागत से बनाए गए गोठान में मवेशी ना के बराबर हैं। इस गोठान के संचालन का जिम्मा महिला स्व सहायता समूह को दिया गया है, लेकिन अब इसे फिर से बदलकर एक नई एजेंसी को संचालन की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन नई एजेंसी ने भी काम शुरू नहीं किया है। जिसके चलते शहर की सड़कों से मवेशियों को गोठान ले जाने का काम अभी तक शुरू ही नही हुआ है।
बड़ी संख्या में मवेशियों की सड़कों पर मौजूदगी से हादसे की आशंका भी बनी रहती है। रात के वक्त कई बार लोग हादसों के शिकार भी हो चुके हैं। दूसरी तरफ निगम का कहना है कि रोका-छेका अभियान में काम किया जा रहा है, जल्द ही शहर की सड़कों को मवेशी मुक्त बनाया जाएगा। पिछले दिनों इसी सिलसिले में जिन्होंने सड़कों पर मवेशी को छोड़ा था, उनकी पहचान कर मवेशी मालिकों पर जुमार्ना भी लगाया गया है।