नहीं रुक रहा अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से पैसे मिलने का सिलसिला, ED ने फिर जब्त किया 29 करोड़ कैश और डेढ़ करोड़ रुपए की गोल्ड ज्वैलरी
नई दिल्ली. सुबह कि बड़ी खबर के अनुसार, पश्चिम बंगाल के शिक्षक घोटाले में अब अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) की मुश्किलें और भी बढ़ गयी हैं। दरअसल मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बीते बुधवार को एक बार फिर उसके बेलघरिया स्थित फ्लैट पर छापा मारा जिसमें और भी ज्यादा नगदी (Cash) मिली है। जी हाँ बुधवार को हुई छापेमारी में अब तक 29 करोड़ रुपए मिल हैं, जिन्हें लेकर ED के ऑफिसर्स निकल चुके हैं।
मिली खबर के अनुसार उत्तर 24 परगना में ED के अधिकारी पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया आवास से कुछ समय पहले ही निकले हैं। वहां से लगभग 29 करोड़ रुपये की नकदी के साथ 10 ट्रंक भरने के बाद वे वहां से निकले हैं। इस तरह अर्पिता मुखर्जी के आवास से अब तक कुल 40 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं।
इतना ही नहीं कल नगदी गिनने के लिए बाकायदा फिर से नोट गिनने की तीन मशीनें लगाई गई थी। इसके अलावा बड़ी मात्रा में यहां से ज्वेलरी भी मिली है। सूत्रों के मुताबिक, अर्पिता के सेल्फ से तीन किलो सोना जब्त किया गया है। इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ के आसपास है। कुल मिलाकर अब तक 41 करोड़ कैश और ढाई करोड़ की ज्वेलरी कि जब्ती की जा चुकी है।
मिली जानकारी के अनुसार 500 और 2000 रुपए के नोटों के ढेरों बंडल को एक कमरे में झोले और बैग में ठूंस-ठूंस कर रखा गया था। एजेंसी को यहां कुछ दस्तावेज भी मिले थे। इधर, ED ने अर्पिता के बेलघरिया टाउन क्लब स्थित दो में से एक फ्लैट को सील कर दिया है। वहां चस्पा हुए नोटिस में अर्पिता पर 11,819 रुपए मैंटेनेंस नहीं चुकाने की वजह बताई गई है।
वहीं मामले पर ED से मिली जानकारी के अनुसार, अर्पिता मुखर्जी 12 से ज्यादा अवैध कंपनियां चला रही थी। अधिकारी ने कहा, “ हमें अर्पिता के जोका स्थित फ्लैट से दस्तावेज़ मिले हैं जो संकेत देते हैं कि वह आर्थिक हेरफेर के लिए कई मुखौटा कंपनियों का संचालन कर रही थी। हमारे पास ऐसी 12 कंपनियों के दस्तावेज़ हैं। ओडिशा और तमिलनाडु के लोगों की संलिप्तता हो सकती है। इनके बारे में हमारा मानना है कि उन्होंने पैसे को इधर-उधर किया है।”
एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि ED ओडिशा और तमिलनाडु में कुछ लोगों पर ‘कड़ी निगाह’ रख रही है और उनसे जल्द पूछताछ की जा सकती है। उन्होंने कहा, “हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं क्या अर्पिता ने किसी फिल्म प्रोडक्शन हाउस में निवेश किया है। हमारे पास ऐसा मानने के लिए कई दस्तावेज़, फाइल और हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ हैं।”
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को ED ने अर्पिता मुखर्जी और मंत्री पार्थ चटर्जी को अदालत में पेश किया था। जहां अदालत ने मुखर्जी को 13 और चटर्जी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जिसके तहत दोनों आरोपी अब 3 अगस्त तक जांच एजेंसी की कस्टडी में ही रहेंगे।