अब बिना टैट पास के अध्यापकों को नहीं मिलेगी नौकरी
धर्मशाला: बिना टैट पास अध्यापकों के सहारे चलने वाले स्कूलों पर शिक्षा विभाग ने गाज गिराने की तैयारी कर ली है। वर्ष 2016 का पंजीकरण करवाने आने वाले इन प्राइवेट स्कूलों को अब दर्शाना होगा कि उनके स्कूलों में तैनात सभी अध्यापकों ने टैट पास किया है, ऐसा न करने वाले स्कूलों को मान्यता नहीं दी जाएगी। इसके अलावा स्कूलों में चारदीवारी लगाने सहित विभाग द्वारा रखी गई शर्तें पूरी करने वाले स्कूलों की ही अब मान्यता जारी रहेगी। इसके अलावा नए खुलने वाले स्कूलों को भी ये शर्तें पूरी करनी होंगी। जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के पास 536 के करीब प्राइवेट स्कूल पंजीकृत हैं। विभाग ने इन स्कूलों को वर्ष 2015 तक का अल्टीमेटम दिया था कि अपने स्कूलों में टैट पास अध्यापकों को ही तैनात करें। अब जबकि वर्ष समाप्त हो गया है तथा नए सिरे से मान्यता के लिए आवेदन शुरू होंगे, ऐसे में विभाग के मानदंडों पर खरा न उतरने वाले प्राइवेट स्कूलों की मान्यता आगे नहीं बढ़ पाएगी। शिक्षा विभाग की मानें तो प्राइवेट स्कूलों में वर्ष 2009 से पहले बिना टैट पास किए अध्यापकों पर यह रूल लागू नहीं होगा। इसके अतिरिक्त वर्ष 2009 के बाद तैनात अध्यापकों के लिए टैट पास होना जरूरी है। शिक्षा विभाग के अनुसार सरकारी स्कूलों में केवल मात्र टैट पास अध्यापक ही सेवाएं दे रहे हैं। अब यही नीति शिक्षा विभाग प्राइवेट स्कूलों पर लगाने जा रहा है, जिससे प्राइवेट स्कूलों में बिना टैट पास अध्यापकों पर निलंबन की गाज गिरेगी।