नई दिल्ली: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (NITD) ने शनिवार, 06 अगस्त, 2022 को अपना तीसरा दीक्षांत समारोह आयोजित किया। समारोह का आयोजन विज्ञान भवन में किया गया । इस अवसर पर 793 छात्रों को उपाधि देकर सम्मानित किया गया , जिसमें 34 पीएच.डी., 567 बी.टेक, और 192 एम.टेक के छात्र शामिल हैं। संस्थान ने असाधारण शैक्षणिक योग्यता हासिल करने वाले 08 छात्रों को राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक, 30 छात्रों को निदेशक स्वर्ण पदक, और 20 छात्रों को संस्थान रजत पदक से सम्मानित किया। इस अवसर पर सुपर-30 कार्यक्रम के संस्थापक श्री आनंद कुमार को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान थे। मुख्य अतिथि माननीय, श्री धर्मेंद्र प्रधान जी ने अपने भेजे संदेश में उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों और एनआईटी दिल्ली परिवार को अपनी शुभकामनाएं भेजी। मुख्य अतिथि महोदय विशेष परिस्थितियों के कारण समारोह में सम्मिलित नहीं हो पाए। अपने संदेश में उन्होंने संस्थान द्वारा 16 प्रायोजित परियोजनाओं (प्रोजेक्टस) के क्रियान्वयन और राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं, सम्मेलनों और प्रतिष्ठित पुस्तकों में एक हजार (1139) से अधिक अकादमिक प्रकाशन के लिए संस्थान के शिक्षकों की सराहना की। उन्होंने देश की प्रगति में नवाचार और सुशासन के लिए कुशल समाधान प्रदान करने की संस्थान के प्रयासों को महत्वपूर्ण माना। उन्होंने देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए नवाचार और सक्रिय अनुसंधान की भावना को मजबूत करने के लिए एनआईटी दिल्ली, इसके छात्रों और संकाय सदस्यों की क्षमता में पूर्ण विश्वास दिखाया।
केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार समारोह के विशिष्ट अतिथि थे। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को उनके स्वर्णिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। अपने अभिभाषण में छात्रों को सूचनाओं की अधिकता स्थिति में शांतरहने के महत्व पर बल दिया गया। उन्होंने भगवत गीता में उद्धृत एक संदेश के माध्यम से कहा कि,” जिस प्रकार नदियों के जल के अविरल प्रवाह के बाद भी समुद्र शांत रहता है, उसी प्रकार जो मुनि अपने चारों ओर वांछित वस्तुओं के प्रवाह के बावजूद अप्रभावित रहता है, वह शांति प्राप्त करता है, न कि वह व्यक्ति जो इच्छाओं को पूरा करने का प्रयास करता है।
उन्होंने नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत प्रचारित शिक्षण और सीखने के लिए समग्र दृष्टिकोण पर जोर दिया। उन्होंने स्नातकों को शुभकामनाएं दीं और श्री अरबिंदो को उद्धृत करते हुए उनके साथ ज्ञान और जीवन के पाठों के विचार साझा किए। उन्होंने विश्लेषणात्मकक्षमता,वैचारिक स्पष्टता और शक्ति शाली संचार कौशल पर बल दिया। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों, उनके माता-पिता, शिक्षकों, कर्मचारियों और एनआईटी दिल्ली के निदेशक को बधाई दी। निदेशक, प्रो. (डॉ.) अजय कुमार शर्मा ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और वर्ष 2022 की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने संस्थान की उपलब्धियों को दर्ज करते हुए कहा कि “यह हमारे लिए एक प्रेरणा का वर्ष रहा है, हमने एक दशक से अधिक समय तक ट्रांजिट (अस्थायी) परिसरों से काम करने के बाद अपने स्थायी परिसर में जाने के सपने को साकार किया है। यह उपलब्धि संस्थान के स्थायित्व को और मजबूती प्रदान करेगा”। प्रो. शर्मा ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग (एमई) और सिविल इंजीनियरिंग (सीई) में बीटेक कार्यक्रमों की शुरुआत के साथ-साथ शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से शुरू होने वाले बीटेक (सीएसई) प्रोगाम में सीटों में वृद्धि की भी घोषणा की।
दीक्षांत समारोह में उल्लेखनीय प्लेसमेंट ट्रैक रिकॉर्ड पर प्रकाश डाला गया। 2022 में, NITD के छात्रों को एडोब (Adobe), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), गोल्डमैन सॉक्स (Goldman Sachs), सैमसंग आर एंड डी (Samsung R&D,) लार्सन एंड टूब्रो (L&T), डिलॉयट (Deloitte), इंटुइट (Intuit), और स्विगी (Swiggy) जैसी कुछ सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा प्लेसमेंट मिला। इनमें से एक छात्र को सालाना 55 लाख रुपये का पैकेज मिला। संस्थान की कुल प्लेसमेंट दर 96.5 प्रतिशत है। निदेशक की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए, प्रो. शर्मा ने दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन के लिए स्नातक छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों को उनके समय और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया। प्रो. शर्मा ने उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग के बारे में भी बात की और सकारात्मक दृष्टिकोण और नवीन सोच पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मैं आशावादी हूं क्योंकि मुझे पता है कि एक स्वस्थ और बेहतर समाज के निर्माण में हमारे छात्र एक अजेय शक्ति होंगे।”
एनआईटी दिल्ली हाल के वर्षों में देश के प्रमुख तकनीकी संस्थान के रूप में उभरा है। इसने 2022 के लिए एनआईआरएफ रैंकिंग में 194 वां स्थान हासिल किया है, जो वैश्विक महामारी की कठिनाइयों के बावजूद इसके संकाय और छात्रों के शैक्षणिक कौशल का एक प्रमाण है। संस्थान ने अब तक प्रसिद्ध संस्थानों, औद्योगिक संगठनों और सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों के साथ 32 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।