मंकीपॉक्स पहुंचा यूपी? शाहजहांपुर में मिला संदिग्ध मरीज, चार दिन तक आया बुखार, फिर बच्चे के शरीर में पड़े फफोले
शाहजहांपुर : कोरोना संक्रमण का खतरा अभी पूर्ण रूप से खत्म भी नहीं हो पाया था कि अब मंकीपॉक्स का खतरा शुरू हो गया है। यूपी के शाहजहांपुर में एक संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। मंकीपाक्स के लक्षणों वाले इस मरीज को मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है, हालांकि पुख्ता तौर पर मंकीपाक्स तो नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि मरीज का सैंपल जांच के लिए नासिक भेजा गया है। कई दिन रिपोर्ट आने में लगेंगे, तब तक उसे भर्ती रखा जाएगा। दरअसल कांट के सरथौली गांव के करीब छह साल के एक बच्चे को बुखार आ रहा था। इसके बाद बच्चे के शरीर में फफोले पड़ गए। परिवार वालों ने बच्चे को मेडिकल कालेज लाकर दिखाया। मंकीपॉक्स के लक्षण मान डाक्टरों ने बच्चे को वार्ड में भर्ती कर लिया। अब उसकी जांच कराई जाएगी तभी स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल डाक्टरों ने बच्चे का उपचार शुरू कर दिया है।
20 बेड किए आरक्षित
मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य महकमा इस बीमारी से लड़ने के लिए तैयार है। मेडिकल कॉलेज में 20 बेड आरक्षित किए गए। ताकि आवश्यकता पड़ने पर रोगियों का आईसोलेशन और उपचार किया जा सके।
यह है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स वायरस एक मानव चेचक के समान संक्रमण है। 1958 में पहली बार शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में रोग पाया जाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
कोरोना प्रोटोकॉल की तरह ही रोगी के संपर्क में आने वाली किसी भी सामग्री जैसे बिस्तर आदि के संपर्क में आने से बचें। मरीज को दूसरों से अलग आईसोलेट रखें। मरीज की देखभाल करते समय पीपीई किट का उपयोग करें। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के विषय में तत्काल जिला सर्विलांस इकाई को सूचित करें।
मंकीपॉक्स के लक्षण
बार-बार तेज बुखार आना।
पीठ और मांसपेशियों में दर्द।
त्वचा पर दानें और चकत्ते पड़ना।
खुजली की समस्या होना।
शरीर में सामान्य रूप से सुस्ती आना।
मंकीपाक्स वायरस की शुरुआत चेहरे से होती है।
गला खराब होना और बार-बार खांसी आना।