चुरहट के समाज सेवियों की पहल:जनसहयोग से खरीदा डेड बॉडी फ्रीजर, परिजनों के इंतजार में कुछ दिन ठीक रखी जा सकेगा शव
सीधी : सीधी जिले के चुरहट में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समाज के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की। इन सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी ये उम्मीद नहीं थी उनका ये कार्य समाज में जात-पात, धर्म से ऊपर उठकर समाज को सोचने के लिए मजबूर कर देगा।
चुरहट के कुछ लोगों ने सोचा की क्यों ना ऐसा किया जाए की एक डेड बॉडी फ्रिज गांव के लिए लाया जाए जिससे तीन से चार दिन परिजनों का इंतजार किया जा सके और बेटा अपने बाप को या मां को अपने हाथों से आग दे सके या मिट्टी दे सके। इसके लिए इन कार्यकर्ताओं ने मन बनाया कि यह हम जनसहयोग से करेंगे और एक रुपए से लेकर अधिकतम ₹500 तक का चंदा रखेंगे ताकि सबकी जनभागीदारी हो सके। इसमें हमारा पैसा लगेगा तो उस सामान के प्रति जो एक सरकारी सोच रहती है वो नहीं बल्कि उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हर व्यक्ति करेगा।
इसके लिए फेसबुक के माध्यम से एक अभियान चलाया गया इस अभियान में लगभग 45 हजार इकट्ठा हुए, मशीन की कुल कीमत लगभग 90 हजार थी यानी अभी भी लगभग 45 हजार घट रहे थे, इन्हीं कार्यकर्ताओं में से एक को जब लगा कि पैसे अब कैसी इकट्ठे हों तो बस स्टैंड में रिक्शे में एक लाउडस्पीकर बंधवा कर जब उसने अलाउंस किया कि ‘आज मैं पंडित मदन मोहन मालवीय से प्रेरित होकर आप सबके लिए अपनी झोली फैला कर भीख मांगने के लिए चुरहट की सड़कों पर निकला हूं’ तो आश्चर्यजनक तरीके से 1 घंटे में लोगों ने खुद आकर खुले मन से दान दिया और तत्काल ही 45 हजार इकट्ठा हो गए।
इस पर इकट्ठा हुए 90 हजार रुपयों में मशीन आई और इन कार्यकर्ताओं ने तय किया की फ्रीजर को सौंपते समय गांव की किसी बुजुर्ग को अगुवा बनाया जाएगा।
इस अभिनव पहल को अंजाम देने वाले चुरहट के समाजसेवियों ने अब ये विचार बनाया है कि चुरहट नगर से सोन नदी की दूरी लगभग 3 किलोमीटर पड़ती है और शव ले जाते समय बड़ी दिक्कत होती है। इसके लिए एक वाहन मोक्ष रथ के नाम से जन सहयोग से लिया जाएगा ताकि उसमें शव को सोन नदी तक ले जाया जा सके।