आजादी के 75 में अमृत वर्ष में वन ग्राम महबूबनगर लोगों का जुड़ेगा परिवार रजिस्टर में नाम
शीघ्र ही जिलाधिकारी के कर कमलों वितरित होगी परिवार रजिस्टर की प्रतिलिपि
बहराइच: 18 वर्ष तक लगातार महबूबनगर के परिवार रजिस्टर प्रकरण को लेकर कागजी संघर्ष चला और अंत में अब सफलता मिली। जनपद बहराइच के मोतीपुर तहसील के अंतर्गत 1922 से वन भूमि पर बसे महबूबनगर को राजस्व ग्राम किए जाने की लड़ाई 2005 में शुरू की गई थी लेकिन वनटांगिया गांव होने के कारण कई अड़चने थी। साक्ष्य के अभाव में उनके दावे फार्म कई बार खारिज किए गए। सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी द्वारा फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून तथा कई अन्य वन विभाग के दफ्तरों में सूचना के अधिकार के तहत दस्तावेजों की खोज की जिसके बाद वन ग्राम महबूबनगर का संज्ञान लिया गया और वन अधिकार कानून के तहत 144 दावेदारों का दावा स्वीकृत हुआ और 103 दावे खारिज हो गए। कतर्नियाघाट जंगल के पूर्वी छोर पर जंगल से बाहर बसे होने के कारण यद्यपि महबूबनगर के पास पक्की सड़क, पक्के मकान और पक्का विद्यालय जैसी सुविधाएं वनटांगिया होने के बावजूद पहले से मौजूद हैं लेकिन परिवार रजिस्टर में उनका नाम ना होने के कारण उन्हें पहचान का अधिकार नहीं प्राप्त था और ना ही वह पंचायत चुनाव में वोट डालने का अधिकार रखते थे । संविधान में वर्णित मौलिक अधिकारों का सरासर उल्लंघन हो रहा था।
गांव के लोग कई बार संगठित होकर अधिकारियों के पास गये और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिले, मीडिया के माध्यम से भी इस मुद्दे को उठाया गया किन्तु उनके परिवार रजिस्टर बनने या पंचायत चुनाव में वोट देने के मामले से संबंधित किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई। सामाजिक संस्था सेवार्थ फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी जंग हिंदुस्तानी ने बताया कि महबूब नगर के लोग लोकसभा तथा विधानसभा में मतदान करके मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री चुन सकते थे लेकिन अपना प्रधान नहीं चुन सकते थे ।पिछले 18 साल तक परिवार रजिस्टर पाने की जोरदार लड़ाई लड़ी गई जिसमें अब सफलता हासिल हुई।
उन्होने बताया कि 8 जनवरी 2022 को जब वन ग्रामों के राजस्व ग्राम में परिवर्तन की घोषणा हुई तो उसके बाद में महबूब नगर के लोगों ने सक्रिय रूप से जुड़ाव शुरू किया। सामुदायिक नेता के तौर पर महबूबनगर से रामनिवास, रामचंद्र, अमेरिका प्रसाद, कमला प्रसाद, रामनारायण आदि वन अधिकार आंदोलन के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर खंड विकास अधिकारी,मिहिन पुरवा, जिला पंचायत राज अधिकारी बहराइच, जिला अधिकारी बहराइच तथा निदेशक ,पंचायती राज व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से जनता दर्शन में मिलकर महबूबनगर के परिवार रजिस्टर ना होने की समस्या को रखा। कई बार निराशा हाथ लगने के बाद भी लगातार जुड़े रहे और अंत में जिला अधिकारी बहराइच की पहल पर वनटांगिया ग्राम महबूबनगर के 300 से अधिक परिवारों को परिवार रजिस्टर मिलने की नौबत आई। अब वनटांगिया ग्राम महबूबनगर , ग्राम पंचायत हंसुलिया का आधिकारिक भाग होगा यद्यपि पहले से भी विकास संबंधित सारी योजनाएं ग्राम पंचायत हंसुलिया से ही जारी होती रही थी किंतु परिवार रजिस्टर में जुड़ने का अवसर उन्हें प्राप्त नहीं हुआ था। शीघ्र ही उन्हें जिला अधिकारी के हाथों परिवार रजिस्टर की नकल प्राप्त हो जाएगी।
सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने बताया कि लंबे संघर्ष के बाद गांधीवादी तरीके से हर स्तर पर उन्होंने वन निवासियों के साथ मिलकर इस मुद्दे को रखा। मुख्यमंत्री जी के साथ जनता दर्शन में 5 जुलाई 2022 को व्यक्तिगत रूप से मुलाकात भी की और अंत में माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में जिला अधिकारी बहराइच के प्रयास से महबूब नगर के लोगों को देश की आजादी के 75 में अमृत वर्ष में यह उपलब्धि हासिल हुई है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए संगठन से जुड़े सभी साथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया है।