जयपुर में दबंगों से परेशान पुजारी ने किया आत्मदाह, मंदिर ट्रस्ट के 4 सदस्य अरेस्ट
जयपुर । राजस्थान (Rajasthan) के जालोर (Jalore) में अभी दलित छात्र (student) की मौत का केस (death case) थमा नहीं है कि अब मंदिर के पुजारी (Temple priest) के आत्मदाह करने का मामला सामने आया है. आत्मदाह करने वाले पुजारी की मौत हो चुकी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
एसीपी प्रमोद स्वामी के मुताबिक मामला जयपुर के मुरलीपुरा इलाके का है. पंडित गिरिराज शर्मा ने खुद के ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह कर लिया. इस घटना में पुजारी गिरिराज शर्मा 90 फीसदी तक झुलस गए थे. उन्हें सवाईं मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
इस मामले में 4 लोगों पर उन्हें आत्मदाह करने के लिए उकसाने के आरोप लगे हैं. पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम दिनेश चंद, मूलचंद मान, रामकिशन शर्मा और सांवरमल अग्रवाल है. चारों आरोपी मंदिर ट्रस्ट और विकास समिति के सदस्य हैं. तीन आरोपी फिलहाल फरार हैं.
सभी आरोपियों पर पुजारी को मंदिर से जबर निकलने के लिए परेशान करने का आरोप है. आरोप के मुताबिक उनके परेशान करने के बाद ही गिरिराज शर्मा को आत्मदाह करने के लिए मजबूर होना पड़ा. हाल ही में राजस्थान के जालोर में 9 साल के दलित छात्र की मौत हो गई थी. मामले में टीचर पर छात्र की पिटाई करने के आरोप लगे थे. कहा जा रहा था कि छात्र ने स्कूल में पानी का घड़ा (मटका) छू लिया था. इसी बात से बौखलाए टीचर छैल सिंह ने बच्चे के साथ क्रूरता की थी. पिटाई में बच्चे के कान की नस फट गई और 25 दिन इलाज के बाद उसकी गुजरात के अहमदाबाद में मौत हो गई थी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सियासत गरमाने के बाद ट्वीट कर घटना की निंदा की थी. उन्होंने परिवार को 5 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की थी. जानकारी के मुताबिक, जालोर जिले के सायला कस्बे से सुराणा गांव की दूरी 30 किमी है. वहां गांव में छैलसिंह 16 साल से सरस्वती विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित कर रहा है. वर्तमान में स्कूल में 300 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं. इसमें 100 से ज्यादा बच्चे एससीएसटी समाज के पढ़ते हैं.