पिछड़े वर्ग के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक सुधार के लिये राज्यों के आयोग मिल कर काम करें : बिसेन
भोपाल : मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कहा है कि देश के पिछड़े वर्ग के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक सुधार के लिये देश के विभिन्न राज्यों के आयोगों को मिल कर काम करना चाहिए। बिसेन ने कहा कि मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग ने हाल ही में स्थानीय चुनाव में पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का लाभ दिला कर उल्लेखनीय काम किया है, जिसकी सराहना देश में हुई है। बिसेन आज विधानसभा समिति कक्ष में तेलंगाना पिछड़ा वर्ग आयोग के साथ संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे।
अध्यक्ष बिसेन ने कहा कि प्रदेश में सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों में विभिन्न अनुसूचियों द्वारा निकायवार आरक्षण की सिफारिश की गई है। आयोग के सदस्य प्रदीप पटेल ने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा में अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के साथ स्थानीय निकाय चुनाव कराये जाने का संकल्प लिया था। इसके लिये आयोग ने माइक्रो लेवल पर ट्रिपल टेस्ट की रिपोर्ट तैयार की। उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट को तैयार करने में विभिन्न विभागों के एक लाख शासकीय कर्मियों ने मदद की। आयोग की सदस्य श्रीमती कृष्णा गौर ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का लाभ दिलाने के लिये तय समय-सीमा में काम किया गया। श्रीमती गौर ने कहा कि प्रदेश में ओबीसी वर्ग के कल्याण के लिये किये जा रहे लगातार प्रयासों से मध्यप्रदेश देश में इस दिशा में आशा का केन्द्र बन गया है।
तेलंगाना आयोग के अध्यक्ष डॉ. वकुलभरणम कृष्ण मोहन राव ने बताया कि तेलंगाना में भी अन्य पिछड़ा वर्ग को न्यायपूर्वक आरक्षण का लाभ दिलाये जाने का संकल्प लिया गया है। इसी उद्देश्य से यह दल प्रदेश के दौरे पर है। उन्होंने बताया कि तेलंगाना राज्य में पिछड़ा वर्ग कल्याण के लिये विभिन्न अनुसंधान संस्थानों के साथ मिल कर नियमित बैठकें ली जा रही हैं। साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के उचित आकलन के लिये प्रश्नावली भी तैयार की गई है। बैठक में तेलंगाना आयोग के सदस्य सी.एच. उपेन्द्र, शुभप्रभध पटेल नूली और के. किशोर गोड़ भी मौजूद थे। प्रारंभ में आयोग की सचिव सुलता शरणागत ने कार्य-प्रणाली की जानकारी दी।