चीन की यांग्त्जे नदी अब सूखने की कगार पर ,मिली भगवान बुद्ध की 3 मूर्तियां
बीजिंग : हीटवेव की वजह से चीन की यांग्त्जे नदी का पानी अब सूखने लगा है। कम होते नदी के जलस्तर से भगवान बुद्ध की 600 साल पुरानी प्रतिमा बाहर आ गई है। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की तरफ से बताया गया है कि नदी के सूखने से एक द्वीप बाहर आ गया है जिसमें भगवान बुद्ध की तीन मूर्तियां मिली हैं। ये तीनों ही मूर्तियां एक द्वीप फोएलियांग की चट्टान के सबसे ऊपरी हिस्से पर पाई गई हैं। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक यह मिंग और किंग राजवंशों के समय में बनाई गई होंगी। बुद्ध की एक मूर्ति पर भगवान बुद्ध कमल के फूल पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं।
हीटवेव की वजह यांग्त्जे नदी का स्तर तेजी से गिर रहा है। इसकी वजह से चीन के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में सूखे से हालात हो गए हैं। जुलाई में इस बार बारिश 45 फीसदी तक कम हुई है और यांग्त्जे नदी में पानी निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी जिसकी वजह से स्थिति बद से बदतर हो सकती है। चीन के वोंगकिंग में 34 गांव से बहने वाली 66 नदियां सूख चुकी हैं। यूरोप में भी जिस समय तापमान बढ़ने लगा तो वहां भी नदियों से इसी तरह की चीजें बाहर निकली थी।
यांग्त्जे नदी चीन की सबसे बड़ी नदी है और इस नदी की वजह से यहां की आबादी को पीने का पानी मिलता है। वॉटर रिसोर्स मिनिस्ट्री की तरफ से कहा गया है कि नदी का पानी सबसे कम स्तर पर है और आने वाले दिनों में काफी ध्यान से काम करना होगा। इसी नदी के पानी से हाइड्रोपावर, ट्रांसपोर्ट का काम भी होता है। खेती के लिए भी इसी नदी के पानी का प्रयोग होता है।
स्पेन में आर्कियोलॉजिस्ट्स को कई सैंकड़ों साल पुराने पत्थर मिले हैं जिन्हें स्पेनिश स्टोनहेंज के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा द्वितीय विश्व युद्ध के समय के दो बम भी मिले थे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक डेन्यूब की सबसे ताकतवर नदी का स्तर इतिहास में सबसे नीचे चला गया है। एक सदी के बाद इस नदी की इतनी खराब हालत हुई है। नदी के इतने नीचे स्तर पर जाने के बाद सर्बिया के करीब प्राहोवो में द्वितीय विश्व युद्ध के समय के 20 डूबे हुए जहाज भी बाहर आ गए थे।