![](https://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2013/12/rahul.jpg)
मुजफ्फरनगर/लखनऊ (एजेंसी)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अचानक मुजफ्फरनगर पहुंचे और हिंसा पीड़ितों के लिए बने राहत शिविरों का जायजा लिया। यहां पर पहुंचने पर उन्हें अपने आईएसआई वाले बयान के चलते लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा और उन्हें कई स्थानों पर काले झंडे दिखाए गए। इस बीच राहुल ने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राहत शिविरों में हालात बहुत खराब हैं और बच्चे मर रहे हैं। उधर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार सुझावों पर अमल करेगी। राहत शिविरों का दौरा करने के बाद मुजफ्फरनगर शहर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा ‘‘मैंने राहत शिविरों में जाकर अपनी आंखों से सब कुछ देखा। राहत शिविरों में हालात बहुत खराब हैं। बच्चे वहां मर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा ‘‘राज्य सरकार को राहत शिविरों में और काम करने की जरूरत है। वहां रह रहे लोगों को और सहायता की जरूरत है। युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राहत शिविरों के हालात सुधारें।’’ राहुल ने कहा ‘‘राहत शिविर में रह रहे लोगों ने मुझसे भाईचारे की बात की। लोगों ने कहा कि हमारी आपस में दुश्मनी नहीं।’’ राहुल प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन को सूचित किए बगैर गृह राज्यमंत्री आर.पी.एन. सिंह के साथ अचानक शामली और मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों का दौरा करने पहुंचे थे। राहुल सबसे पहले शामली स्थित मलकपुरा पहुंचे जहां उन्होंने राहत शिविर में रहे शरणार्थियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। राहुल ने राहत शिविर में भोजन और चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली। मलकपुरा के बाद राहुल मुजफ्फरनगर जिले के बसीकला और लोई इलाकों में लगे राहत शिविर जाना चाहते थे लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध और नाराजगी के चलते वह नहीं जा सके। बाद में राहुल मुजफ्फरनगर शहर आते समय अचानक काकड़ा गांव पहुंच गए और हिंसा प्रभावित इस गांव के लोगों का दर्द सुना। काकड़ा जाते समय बुढ़ाना के पास लोगों ने राहुल को काले झंडे दिखाए। लोगों का कहना है कि जब राहुल हम लोगों को आईएसआई का एजेंट बताते हैं तो अब हमसे मिलने क्यों आए हैं। गौरतलब है कि पांच राज्यों के हालिया विधानसभा चुनाव के प्रचार के समय राहुल ने एक जनसभा में कहा था कि उन्हें पता चला है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी- इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) मुजफ्फरनगर के हिंसा पीड़ित मुस्लिम युवाओं से संपर्क साध रही है। उधर बिना किसी पूर्व सूचना के राहुल के राहत शिविरों के दौरे को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा ‘‘कांग्रेस के नेता मुजफ्फरनगर गए हैं। अगर उनका कोई सुझाव होगा तो समाजवादी पार्टी सरकार उस पर अमल करेगी।’’ गौरतलब है कि विगत 8 सितंबर को मुजफ्फरनगर और आस-पास के इलाकों में दो वर्गों के बीच भड़की हिंसा में 62 लोगों की जान चली गई थी और करीब 5० हजार लोग बेघर हो गए थे। ये लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।