चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने पिछले एक हफ्ते में नार्कोटिक ड्रग्ज एंड साईकोट्रोपिक सबस्टैंस (NDPS) एक्ट के अंतर्गत 35 व्यापारिक मामलों समेत 269 FIR दर्ज करके 357 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है. इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IGP) हेडक्वार्टर सुखचैन सिंह गिल ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में बताया कि राज्य भर के संवेदनशील रास्तों पर नाके लगाने के साथ-साथ नशा प्रभावित इलाकों में घेराबंदी और तलाशी मुहिम चलाकर पुलिस ने एक हफ्ते में 6.90 किलो हेरोइन, 14.41 किलो अफीम, 5 किलो गांजा, 6.44 क्विंटल भुक्की, फार्मा ओपियोड की 2.10 लाख गोलियां, कैप्सूल, टीके, शीशियों के अलावा 4.81 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद की है.
आईजीपी ने कहा कि 5 जुलाई 2022 को भगौड़ों को गिरफ्तार करने के लिए शुरू की गई विशेष मुहिम के अंतर्गत इस हफ्ते एनडीपीएस मामलों में 17 अन्य भगौड़े गिरफ्तार किए जाने के बाद गिरफ्तारियों की कुल संख्या 280 हो गई है. डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) पंजाब गौरव यादव ने सभी अधिकारियों को सख्त हिदायतें दी थीं कि वह हरेक मामले खास तौर पर ड्रग रिकवरी से सम्बन्धित मामलों में अगले-पिछले संबंधों की बारीकी से जांच करें, चाहे यह नशे की मामूली मात्रा की बरामदगी ही हो. डीजीपी ने पुलिस प्रमुखों को हिदायत दी है कि पकड़े गए सभी नशा तस्करों की जायदाद जब्त की जाए, जिससे उनसे अवैध धनराशि बरामद की जा सके.
उधर जीरकपुर पुलिस ने बीते सोमवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 32,200 प्रतिबंधित नशीली गोलियां बरामद की हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मनदीप सिंह और गुरविंदर सिंह के रूप में हुई है, जो कुराली के पास ब्लॉक माजरी के ढकोरा गांव का निवासी है. उसे जीरकपुर के नगला गांव के पास गिरफ्तार किया गया था, जब एक पुलिस दल ने गाजीपुर रोड पर एक नाका लगाया था. दोनों आरोपियों से लोमोटिल की 30,000 गोलियां और अल्प्रासेफ की 2,200 गोलियां मिलीं हैं. इन गोलियों का उपयोग नशेड़ी सस्ते विकल्प के रूप में करते हैं, जब वे अन्य नशीले पदार्थों का खर्च नहीं उठा सकते हैं.