अन्तर्राष्ट्रीय

यूक्रेन की सेना ने दोबारा किया 6000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र पर कब्जा

खारकीव : यूक्रेन द्वारा 3,000 वर्ग किमी भूमि पर दोबारा नियंत्रण लेने के बाद रूस ने स्वीकार किया कि उसने खारकीव के लगभग पूरे उत्तरी क्षेत्र को खो दिया है। इस बीच, यूक्रेन ने आरोप लगाया कि हमारी कार्रवाई से बौखलाए रूस ने यूक्रेनी ऊर्जा संयंत्रों और अन्य बुनियादी ढांचों पर बड़े हमले किए हैं जिससे देश में बिजली संकट पैदा हो गया है।

उधर, यूक्रेन ने भागती रूसी सेना से सोमवार को गोला-बारूद जब्त कर उन्हें रूस की सीमा तक खदेड़ दिया। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने महीने की शुरुआत से दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले 6,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है।

यूक्रेन ने उत्तर-पूर्व के इजियम क्षेत्र भागती रूसी सेना से पिछले दिनों 20 से ज्यादा कस्बों-गांवों पर फिर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन ने पश्चिमी देशों से उसे और हथियार भेजने को कहा, ताकि अभियान और तेज हो सके। खारकीव के क्षेत्रीय गवर्नर ओले सिनीहुबोव ने कहा, कुछ जगहों पर हमारे रक्षक रूस से लगती सीमा तक पहुंच गए हैं।

इस लड़ाई में खुद को पीछे हटता देख रूसी सेना ने यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों व बुनियादी ढांचों पर निशाना साधा, जिससे देश में बिजली संकट पैदा हो गया है। हालांकि सोमवार शाम तक यूक्रेन ने 80 फीसदी बिजली को बहाल करने का दावा किया है। खारकीव के पश्चिमी बाहरी इलाके में बमबारी से एक ऊर्जा संयंत्र में भीषण आग लगी और एक मौत भी हुई। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नागरिकों पर हमले आतंकी कृत्य बताए।

यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रविवार रात से गुल बिजली सोमवार को भी गायब ही रही। लोगों को अंधेरी सड़कों पर गाड़ियां चलानी पड़ीं। रूस ने बिजली स्टेशनों पर मिसाइलें दागीं, जिससे खारकीव व आसपास के पोल्तावा तथा सुमी क्षेत्रों में ब्लैकआउट हो गया। रूसी कब्जे वाले दक्षिणी क्षेत्र में जपोरिझिया परमाणु संयंत्र को इलाके में लड़ाई तेज होने पर परमाणु विकिरण की आपदा से बचने की कवायद के तौर पर बंद कर दिया गया है।

कीव की खारकीव क्षेत्र में रूस के कब्जे वाले इलाकों को फिर से अपने कब्जे में लेने की कार्रवाई के बाद मॉस्को सेनाओं ने खुद को घेरे जाने के डर से क्षेत्र से भागना शुरू कर दिया है। भागते वक्त रूसी सेना बड़ी तादाद में हथियारों और गोला-बारुद का जखीरा छोड़कर जा रहे हैं। खारकीव के गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव ने कहा कि यूक्रेनी सेना ने क्षेत्र में 40 से अधिक बस्तियों पर फिर से कब्जा कर लिया है।

यूक्रेन के मुताबिक, रूस ने देश के दूसरे सबसे बड़े ऊर्जा संयंत्र खारकीव टीईसी-5 पर हमला किया। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने खारकीव ऊर्जा संयंत्र में आग लगने का वीडियो भी पोस्ट किया है। दुनिया में 10 सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्रों में से एक इस संयंत्र पर युद्ध की शुरुआत से ही रूसी सेना ने कब्जा कर रखा है। रूस-यूक्रेन के एक-दूसरे पर लगाए जा रहे बमबारी के आरोपों के बीच संयंत्र को ग्रिड से जोड़ने वाली बिजली की लाइनें तबाह हो चुकी हैं।

ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस ने संभवत: अपने बलों को ओस्किल नदी के पश्चिम में सभी खारकीव क्षेत्र से हटने का आदेश दिया है, जो मुख्य आपूर्ति मार्ग को छोड़कर पूर्व में रूस के संचालन को बनाए रखता था। ब्रिटेन ने कहा कि मॉस्को की सेनाएं भी दक्षिण में संघर्ष कर रही थीं, लेकिन यूक्रेन ने खेरसॉन प्रांत में एक बड़ा मोर्चा खोल दिया। इसका लक्ष्य नीप्रो नदी के पश्चिमी तट पर हजारों रूसी सैनिकों को अलग करना है।

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