हिमाचल, यूपी समेत 5 राज्यों में इन जातियों को अनुसूचित जनजाति में किया शामिल, मोदी कैबिनेट का बड़ा निर्णय
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में बुधवार हुई केंद्रीय कैबिनेट (Union Cabinet) की बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए है। कैबिनेट ने बड़ा फैसला करते हुए छत्तीसगढ़, कर्नाटक, हिमाचल, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में कई जनजातीय समुदायों को अनुसूचित जनजाति (ST) की श्रेणी में शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने दी।
जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने बताया कि, ‘छत्तीसगढ़ में 12 समुदायों, कर्नाटक में एक, हिमाचल प्रदेश में एक, तमिलनाडु में एक और उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में गोंड को अनुसूचित जाति से हटाकर अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया और गोंड की 5 उपजाति धुरिया, नायक, ओझा, पठारी, राजगोंड को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है।’
यह देखें किस राज्य में कौन से समुदायों को किया गया शामिल
केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाती में शामिल करते हुए नामों में कुछ बदलाव किए है। इनमें भारियाभूमिया के पर्याय के रूप में भूईंया, भूयां, Bharia नाम के अंग्रेजी संस्करण को बिना बदलाव किए भरिया के रूप में भारिया का सुधार किया गया। पांडो के साथ पंडो, पण्डो, पन्डो और धनवार के पर्याय के रूप में धनुहार, धनुवार। गदबा गोंड के साथ गोंड़, कोंध के साथ कोड़ाकू, नगेसिया के साथ नागासिया के पर्याय के रूप में किसान। धनगढ़ का परिशोधन धांगड़। सावर, सवरा के पर्याय के रूप में सौंरा, संवरा, बिंझिया नाम दिया गया है।