नई दिल्ली: कई बार देखने में आपको चीता और तेंदुआ एक जैसे लग सकता है। इसी तरह शेर और बाघ भी कई बार लोगों को कन्फ्यूज करता है। मगर ये चारों ही बिल्कुल अलग-अलग जानवर हैं। हालांकि ये चारों ही खूंखार और मांसाहारी हैं। यदि आप इन चारों के नाम और शक्ल से संशय में पड़ जाते हैं या फिर इन्हें कई बार पहचान पाने की भूल कर जाते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि चीता-तेंदुआ और शेर-बाघ में प्रमुख अंतर क्या है।
चीता (Cheetah)
चीता दुनिया का सबसे तेज रफ्तार से दौड़ने वाला जानवर है। चीता आमतौर पर 112 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ता, हालांकि इसकी दौड़ने की अधिकतम रफ्तार 120 किमी प्रतिघंटे हो सकती है। लेकिन चीता ज्यादा दूरी तक नहीं दौड़ सकता है। यह अपने अधिकतम गति में सिर्फ एक मिनट दौड़ सकता है। तीन सेकेंड में चीता 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ लेता है। चीते के शरीर पर काले धब्बे होते हैं। इनकी सबसे यूनिक पहचान होती है इनके चेहरे की काली धारियां, जो आंखों के अंदर कोनों से मुंह तक होती हैं. चीता दहाड़ नहीं सकता. वह तब शिकार करता है जब आस-पास शेर नहीं होता।
शेर (Lion)
शेर जिन्हें जंगल का राजा कहता है। शेरों के गर्दन के चारों ओर लंबे और घने बाल होते हैं जिन्हें अयाल कहते हैं। जो इसको कैट फैमिली में अगल पहचान देता हैं और इसी वजह से इसको रॉयल लुक मिलता है। इनकी लंबाई 7 फीट तक होती है. खूंखार प्रजाति के जानवरों में शेर सबसे सामाजिक माना जाता है। ये झुंड में रहते हैं, झुंड में ही शिकार करना पसंद करते हैं और एक साथ ही भोजन की तलाश करते हैं। लेकिन शेर आलसी होते हैं और भूख लगने पर ही शिकार करते हैं। अफ्रीका और भारत में शेर पाए जाते हैं। शेर में इतनी ताकत होती है कि वो किसी भी बड़े जानवर का शिकार कर सकता है। यहां तक कि वह भैंसे को भी मार डालता है।
बाघ (Tiger)
बाघ को देखकर ही ऊपर के दोनों जानवरों से अलग कर पाना आसान है. इनके शरीर पर चीते और तेंदुओं की तरह काले धब्बे नहीं होते बल्कि धारियां होती हैं। कैट फैमिली में बाघ सबसे बड़ा, वजनी और फुर्तीला होता है. बाघ आमतौर पर अकेले ही शिकार करना पसंद करते हैं। बाघ अच्छे तैराक भी होते भी हैं.बाघ की लंबाई 10 फीट और वजन 300 किलोग्राम होता है। बाघ की दौड़ने की गति 64 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। बाघ का वजन शेर से भी अधिक होता है। भारत, इंडोनेशिया, रूस और भूटान के पहाड़ों पर बाघ पाए जाते हैं। बाघ हिरण और जंगली सुअर समेत कई जानवरों का शिकार करते हैं। कहा जाता है कि बाघ ने पंजा गड़ा दिया है, तो उससे छूटना कठिन होता है।
तेंदुआ (Leopards)
चीते से ज्यादा ताकतवर तेंदुआ भारत और अफ्रीका में पाया जाता है। इसकी अधिकतम लंबाई 6.2 फीटी होती है और यह 58 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है। तेंदुआ के शरीर पर गोल धब्बे बने होते हैं. इसे रोसेट-शैली के निशान कहा जाता है। तेंदुए के चेहरे पर भी शरीर के बाकी हिस्सों की तरह काले धब्बे फैले होते हैं। तेंदुए की आंखें नीले और हरे रंग की दिखाई देती हैं। तेंदुआ चीते से बड़ा और ताकतवर होता है। चीते की तुलना में तेंदुए का सिर बड़ा और लम्बा होता है। तेंदुआ शेर की तरह गुर्राहट के साथ दहाड़ता भी है। तेंदुए घात लगाकर हमला करने में माहिर होते हैं. तेंदुए के आगे के पैर पीछे के पैरों से बड़े होते हैं। इसी वजह से ये अपने शिकार को लेकर पेड़ पर चढ़ जाते हैं। ये खड़ी चट्टानों पर भी चढ़ जाते हैं. चीता दिन में शिकार करता है और तेंदुआ अक्सर रात में शिकार करते हैं। यह किसी भी मध्यम आकार के जानवर को अपना शिकार बना सकता है। यह इंसानों पर भी हमला कर देते हैं।