करवा चौथ के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां, व्रत रखने से पहले जान लें ये विशेष नियम
नई दिल्ली : करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इस बार 13 अक्टूबर 2022 को ये व्रत रखा जाएगा. इस दिन सरगी का विशेष महत्व (special importance) है. ये व्रत बहुत नियम और सावधानी से किया जाता है. आइए जानते हैं शास्त्रों के अनुसार इस व्रत का पारण किन चीजों को खाकर करना चाहिए ये भी जानना जरूरी है.
कार्तिक मास (Kartik month) के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी हर साल करवा चौथ मनाया जाता है. इस व्रत को शुरू करने से पहले सुहागिन स्त्रियां सरगी (married women sargi) का सेवन करती है. करवा चौथ व्रत वाले दिन सरगी सूर्योदय से पूर्व 4-5 बजे के करीब कर लेना चाहिए.
सरगी में महिलाओं को ड्राय फ्रूट्स(dry fruits), नारियल पानी, मिठाई, मौसमी फल, दूध, दही, पनीर, जैसी हल्की और एर्नजी से भरी चीजों का सेवन करना चाहिए. सेहत के लिहाज से सरगी में इन चीज को जरूर शामिल करें. तेल-मसाले वाला भोजन ग्रहण न करें.
करवा चौथ व्रत का पारण चंद्रमा (moon) की पूजा के बाद किया जाता है. इस साल करवा चौथ पर शिव परिवार और करवा माता की पूजा का समय 13 अक्टूबर 2022 को शाम 06.01 से 07.15 तक है. वहीं करवा चौथ का चांद 13 अक्टूबर 2022 कोर रात 08.19 पर निकलेगा.
करवा चौथ व्रत का पारण पति के हाथों करवा का जल पीकर किया जाता है. उसके बाद प्रसाद की मिठाई और फल ग्रहण करें. व्रत खोलने के बाद चाय-कॉफी का सेवन न करें. प्याज-लहसून और मांसाहार भोजन ग्रहण न करें.
सुहागिन स्त्रियां व्रत का पारण करने से पहले ब्राह्मणी को दान करना न भूलें. साथ ही पूजा में चढ़ाई गए सुहाग पिटारे को घर में सुहागिन महिलाओं को जरूर दें. मान्यता है इससे सौभाग्यवती का वरदान मिलता है.