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रूस को अमेरिका दे रहा चेतावनी, यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हमले किये, तो भुगतने होंगे भयानक परिणाम

वॉशिंगटन: यूक्रेन में चल रही भीषण जंग के बीच रूस लगातार परमाणु हमले की चेतावनी दे रहा है। इस बीच अब ताजा खुलासा हुआ है कि अमेरिका लगातार निजी रूप से रूस को परमाणु बम के इस्‍तेमाल के खिलाफ चेतावनी दे रहा है। अमेरिका ने साफ कह दिया है कि अगर रूसी सेना ने यूक्रेन में परमाणु बम का इस्‍तेमाल किया तो उसे बहुत गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन प्रशासन ने जानबूझकर परमाणु हमले के खिलाफ अपनी चेतावनी को गोपनीय रखा है ताकि रूस को इसकी चिंता बनी रहे कि अमेरिका उसके ऐक्‍शन का कैसे जवाब देगा।

वॉशिंगटन पोस्‍ट की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है। अमेरिका यह लगातार चेतावनी ऐसे समय पर दे रहा है जब रूस लगातार यूक्रेन में बारूद बरसा रहा है और परमाणु बम के इस्‍तेमाल की धमकी दे रहा है। यही नहीं उसने यूक्रेन में हुए नुकसान की भरपाई के लिए 3 लाख रिजर्व सैनिकों को भी उतारने का ऐलान कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का व‍िदेश मंत्रालय भी रूस को यह चेतावनी देने में शामिल है। हालांकि अभी यह स्‍पष्‍ट नहीं है कि अमेरिका ने पुतिन के रिजर्व सैनिकों को उतारने के ऐलान के बाद कोई चेतावनी दी है या नहीं।

अमेरिका के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि रूस को यह निजी संदेश हाल के महीनों में लगातार भेजा जा रहा है। रूस के सेना को मोबिलाइजेशन के आदेश के बाद पुतिन अपने देश में ही घिर गए हैं। रूस में बड़े पैमाने पर व‍िरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच गुरुवार को रूस के पूर्व राष्‍ट्रपति और पुतिन के करीबी दमित्री मेदवेदेव ने कहा था कि जनमत संग्रह के बाद पूर्वी यूक्रेन की जमीन को रूस में स्‍वीकार किया जाएगा। उन्‍होंने यह भी प्रण किया था कि इन यूक्रेनी इलाकों की पूरी सुरक्षा की जाएगी।

मेदवेदेव ने कहा कि रूस न केवल इस नई रिजर्व सेना बल्कि देश के परमाणु बम समेत किसी भी हथियार का इस्‍तेमाल करने के लिए सक्षम है। उनका इशारा हाइपरसोनिक हथियारों की ओर था। उन्‍होंने कहा, ‘रूस ने अपना रास्‍ता चुन लिया है। पीछे लौटने का कोई रास्‍ता ही नहीं है। इससे पहले पुतिन ने संकेत दिया था कि यूक्रेन के दक्षिण और पूर्वी इलाकों को अपने हिस्‍से में मिलाएगा। उन्‍होंने कहा कि मैं झांसा नहीं दे रहा हूं और रूस की क्षेत्रीय रक्षा के लिए सभी तरीके के साधन अपनाऊंगा। उनका भी इशारा रूस के परमाणु हथियारों की ओर था।

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