नई दिल्ली : रामचरितमानस में तुलसीदास जी कहते हैं “हरि अनंत, हरि कथा अनंता”। हरि की इस अनंत कथा के श्रवण और वाचन के माध्यम भी अनंत हैं। शारदीय नवरात्र में रामलीला की परंपरा राम की कथा को आम जनमानस तक पहुँचाने का ऐसा ही लोकप्रिय माध्यम है। आर्यन हेरिटेज फाउंडेशन ने रामलीला की इसी परंपरा में ब्रॉडवे शैली अपनाकर और संपूर्ण रामायण को एक ही दिन में प्रस्तुत कर इसे अभिनव रूप दिया है। 29 सितंबर से 04 अक्तूबर 2022 तक दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस में इस 3D संपूर्ण रामायण का मंचन किया जाएगा। गौरतलब है कि कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण पिछले दो वर्ष इस रामायण का मंचन नहीं हो पाया था।
रामकथा की इस शैली की प्रेरणा, इसके निर्माण से जुड़े लोगों और विविध ग्रंथों में वर्णित श्रीराम की कथा को तीन घंटे में समेटे जाने की चुनौतियों पर आर्यन हेरिटेज फाउंडेशन के चेयरमैन ईश्वर बंसल, प्रधान राजेंद्र मित्तल, महामंत्री अनिल गर्ग एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ मित्तल से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि चाहे विद्वान हों या आम जन, श्रीराम के जीवन के आदर्शों और उदात्त चरित्र की पूरी मानवता के लिए प्रासंगिकता है। विद्वान लोगों के पास विभिन्न ग्रंथों और स्रोतों से राम के जीवन पर मंथन करने की सक्षमता उपलब्ध है लेकिन आम लोगों तक भगवान राम की कथा पहुँचाने के लिए नाटक और मंचन जैसे माध्यम बेहद उपयोगी हैं।