आज से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में एंट्री, टाइगर का दीदार करेंगे सैलानी
नर्मदापुरम : मप्र के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व समेत 6 टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क 1 अक्टूबर शनिवार से खुल जाएंगे। टूरिस्ट कोर एरिया में जाकर टाइगर्स के करीब से दीदार कर सकेंगे। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) में इस बार पर्यटकों के लिए टूर ज्यादा रोमांचक होने वाला है। केवल जंगल सफारी नहीं यहां आने वाले पर्यटक वाटर राइडिंग, डेस्टिनेशन लंच और पारदर्शी कोच से नजारे देखने का मजा भी ले पाएंगे। साथ ही पहली बार सैलानियों को महिला ड्राइवर मढ़ई की सैर कराएंगी। इससे महिला सैलानियों में नाइट सफारी में करने का रोमांच बढ़ेगा। दशहरा और दीपावली की छुट्टियों में भी आप घूम सकते हैं। बारिश सहित अन्य कारणों से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गेट 30 जून को ही बंद किए थे। हर साल टाइगर रिजर्व क्षेत्र में 1 जुलाई से 30 सितंबर तक सैलानियों के प्रवेश पर रोक रहती है। शनिवार से गेट खुलने के बाद एसटीआर के मढ़ई, चूरना, बोरी में सैलानी जा सकेंगे।
50 से ज्यादा टाइगर्स, बारहसिंगा, चीतल: एसटीआर में करीब 50 से ज्यादा बाघ-बाघिन है। तेंदुआ, सांभर, चीतल, भेडकी, नीलगाय, चौसिंगा, चिंकारा, गौर, जंगली सूअर, जंगली कुत्ता, भालू, काला हिरण, लोमड़ी, साही, उड़न गिलहरी, मूषक मृग और भारतीय विशाल गिलहरी आदि पाए जाते हैं। यहां पक्षियों की भी अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें धनेश और मोर प्रमुख हैं।
एसटीआर में चूरना और मढ़ई में जंगल सफारी शुरू होगी। पहली बार सैलानियों को महिला ड्राइवर जिप्सी से मढ़ई की सैर कराएंगी। एसटीआर प्रबंधन ने नवाचार करते हुए 5 ड्राइवर प्रशिक्षित किया है। महिला ड्राइवर का फायदा होगा कि मढ़ई घूमने आने वाली खासकर महिला पर्यटक नाइट सफारी के दौरान पुरुष ड्राइवर को ले जाना पसंद नहीं करती है। महिला ड्राइवर आने से महिला पर्यटकों का आत्मबल बढ़ेगा। इससे स्थानीय महिला ड्राइवर को भी रोजगार मिलेगा। महिला सशक्तिकरण के तहत एसटीआर प्रबंधन ने पिछले साल 20 महिला गाइड को तैयार कियार था। जो सैलानियों को जंगल सफारी कर नेशनल पार्क और यहां की खूबसूरती, इतिहास से परिचित कराती है। अकेला व्यक्ति भी सिंगल टिकट बुक कर सकता है। पूरी गाड़ी भी बुक की जा सकती है।