जयपुर: राजस्थान के बेरोजगार युवा सरकार की रोजगार नीति से नाराज हैं. इसी कारण बेरोजगारों ने राजस्थान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. युवा अपनी कई मांगों को लेकर दांडी यात्रा पर निकल पड़े हैं. राजस्थान विश्वविद्यालय में बेरोजगार धरना देने से लेकर दिल्ली तक साइकिल यात्रा निकाल रहे हैं. मौजूदा स्थिति में राजस्थान कांग्रेस सियासी संकट से जूझ रही है. इसके साथ ही बेरोजगार युवाओं की मांगें पूरी ना होने की समस्या का समाधान करने में जुटी हुई है.
राजस्थान के युवा बेरोजगारों ने राजस्थान की सरकार की नींद उड़ा रखी है. क्योंकि राजस्थान कांग्रेस सरकार बेरोजगारों की मांगे पूरी नहीं कर पा रही है. बेरोजगारों कि यह दांडी यात्रा राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की ओर से निकाली गई है. इसके अध्यक्ष उपेन यादव समेत बेरोजगार युवाओं का कहना है कि, अगर कांग्रेस सरकार नहीं जागी तो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का घेराव कर विरोध जताएंगे. हालांकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार युवाओं से बातचीत कर रहे हैं. जिससे कि युवाओं की समस्याओं का समाधान किया जा सके.
इन बेरोजगार युवाओं की मांगे हैं कि कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती में 40% की बाध्यता में शिथिलता देकर सभी खाली पदों को भरा जाए. राजकीय आईटीआई कॉलेजों में 15 पदों पर कनिष्ठ अनुदेशक भर्ती की विज्ञप्ति जारी की जाए. इसके साथ ही 2100+544 पदों पर पंचायती राज JEN भर्ती की विज्ञप्ति जारी की जाए. ग्राम पंचायत ई-मित्र संचालक संघ से जुड़े ई मित्र ऑपरेटर अभ्यर्थियों की तमाम मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाने की मांग है.
बेरोजगार युवक शिक्षक भर्ती 2012 में अभ्यर्थियों के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट में प्रार्थना पत्र देने, प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 और पशु चिकित्सक भर्ती 2019 पूरी करने, सरकारी एवं प्राइवेट भर्तियों में बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को रोककर प्रदेश के युवा बेरोजगारों को प्राथमिकता, युवा बेरोजगार आयोग बनाने बेरोजगारी भत्ते में अनिवार्य की गई इंटर्नशिप रद्द करने सहित दर्जनों मांग हैं.