मुंबई: आर्म्स एक्ट के तहत पांच साल की सजा काट रहे संजय दत को राज्य सरकार ने उनके अच्छे व्यवहार के चलते 27 फरवरी को ही रिहा करने का फैसला लिया है। संजय के जेल में अच्छा बर्ताव होने के कारण यरवदा जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने उन्हें समय से पहले रिहा करने का प्रस्ताव दिया था। राज्य सरकार ने इस पर मुहर लगा दी है।
कैदियों के साथ टोकरी बनाते हैं, एक्टिंग भी सिखाते हैं
संजय पुणे की यरवदा जेल में सजा काट रहे हैं। अपनी सजा के दौरान संजय बीच-बीच में पैरोल पर भी घर पर आते रहे हैं। संजय ने जेल में सभी कैदियों के साथ सामान्य व्यवहार रखा। वह कैदियों को दिए जाने वाले काम भी करते थे। संजय कैदियों के साथ मिलकर टोकरी बनाते हैं और उन्हें एक्टिंग भी सिखाते हैं।
शर्तों के साथ सजा में छूट देने का है नियम
आपको बता दें कि अदालत ने संजय दत्त को पांच साल की सजा दी थी। इसमें उन्होंने 18 महीने पहले ही जेल में गुजारे लिए थे। लिहाजा साढ़े तीन साल की सजा और बाकी थी। संजय ने करीब 2 साल 9 महीने की सजा पूरी कर ली है। कानून के जानकारों का कहना है कि प्रत्येक कैदी को 114 दिन पहले कुछ शर्तों के पालन के साथ सजा में छूट देने का नियम है। यदि किसी कैदी का जेल में बर्ताव अच्छा रहता है, तो जेल अधीक्षक को 30 दिन, उप अधीक्षक को 60 दिन और अपर पुलिस महानिदेशक को 90 दिन की सजा कम करने का हक है।