पहली हिंदू अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड ने बाइडेन की पार्टी से दिया इस्तीफा, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली : पहली हिंदू अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) ने मंगलवार को अपनी पार्टी से इस्तीफा (Resignation) दे दिया. उन्होंने घोषणा की कि वह सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) को छोड़ रही हैं और पार्टी को युद्ध-प्रचारकों का अभिजात्य वर्ग कहा. बता दें कि 41 वर्षीय गबार्ड पिछले साल ही प्रतिनिधि सभा से रिटायर हुईं थीं. हालांकि, उन्होंने अपने अगले कदम के बारे में अभी किसी को जानकारी नहीं दी है.
गबार्ड ने एक ट्वीट में कहा कि मैं आज की डेमोक्रेटिक पार्टी में नहीं रह सकती. तुलसी के मुताबिक, डेमोक्रेटिक पार्टी एक तरह से सियासी नफा-नुकसान देखने वाला एलीट क्लब बनकर रह गई है.
बता दें कि गबार्ड 2013 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए हवाई से चुनी जाने वाली पहली हिंदू थीं और बाद में उन्हें लगातार चार बार चुना गया. गबार्ड ने कहा, फिलहाल जो डेमोक्रेटिक पार्टी है वो कुछ एलीट लोगों के कंट्रोल में है. ये जंग की बातें करते हैं. श्वेत-विरोधी नस्लवाद को भड़काते हैं. अगर इस पार्टी में कुछ लोग ऐसे हैं जो मेरी तरह सोचते हैं तो उन्हें भी फौरन यह पार्टी छोड़ देनी चाहिए.
गौर करने वाली बात है कि उन्होंने अगले महीने होने वाले महत्वपूर्ण मध्यावधि चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी. पार्टी छोड़ते वक्त उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ‘आज के डेमोक्रेट विश्वास और आध्यात्मिकता के प्रति शत्रुतापूर्ण हैं.’
राष्ट्रपति जो बाइडेन की तीखी आलोचक गबार्ड ने देश में विभाजन की ‘आग की लपटों में ईंधन डालने’ के लिए उन्हें लताड़ा है. उन्होंने बाइडेन की विफल विदेश नीति पर हमला बोला और यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा की. उन्होंने कहा, ‘मैं एक ऐसी सरकार में विश्वास करती हूं जो लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए हो. दुर्भाग्य से, आज की डेमोक्रेटिक पार्टी ऐसा नहीं करती है. इसके बजाय, यह एक शक्तिशाली अभिजात वर्ग की सरकार के लिए खड़ा है.’
गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी के अन्य सदस्यों को उनके नक्शेकदम पर चलने का आह्वान किया. वे बोलीं कि मैं अपने साथी सामान्य ज्ञान, स्वतंत्र विचारधारा वाले डेमोक्रेट को भी छोड़ने के लिए बुला रही हूं. यदि आप उस दिशा को नहीं पचा सकते हैं जो तथाकथित डेमोक्रेटिक पार्टी के विचारक हमारे देश को ले जा रहे हैं, तो मैं आपको मेरे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करती हूं.’