नई दिल्ली : भाजपा के सबसे मजबूत गढ़ गुजरात में राजनीतिक जमीन तलाशने की मुहिम में जुटे अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान से पहले ही भविष्य में छपने वाले नोटों पर मां लक्ष्मी और गणेश जी की फोटो छापने की मांग कर बड़ा राजनीतिक दांव खेल दिया है। इसे केजरीवाल के बड़े हिंदुत्व कार्ड के तौर पर देखा जा रहा है। केजरीवाल जहां अपने आपको हिंदुओं का बड़ा शुभचिंतक नेता साबित करने की कोशिश कर रहे हैं वहीं भाजपा वक्फ बोर्ड के मुद्दे के सहारे यह साबित करने का प्रयास कर रही है कि केजरीवाल भी तुष्टिकरण की राजनीति करने में माहिर है और उन्हें सिर्फ चुनाव के समय ही हिंदुओं की याद आती है। केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली वक्फ बोर्ड को दिए गए रुपयों का मसला उठाकर भाजपा के कई नेता तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी की सरकार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लगातार घेरने की कोशिश कर रहे हैं।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली वक्फ बोर्ड को सात सालों में 101 करोड़ रुपये देने की खबर को शेयर करते हुए ट्वीट कर कहा, “केजरीवाल का असली चरित्र -दिल्ली सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को सालाना दिए औसतन 14.5 करोड़ रुपये, 7 साल में बांटी 101 रुपये करोड़ की खैरात, पिछले 1 साल में 62 करोड़ रुपये दिए गए। जादूगर केजरीवाल का यह जादू उनके धार्मिक तुष्टीकरण की राजनीति की पराकाष्ठा को दर्शाता है।”