गुजरात चुनाव की जिम्मेदारी से हटाए गए IAS ने दी सफाई, कहा- लोगों को ड्यूटी की जानकारी देना पब्लिसिटी स्टंट नहीं
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पर अपने पद और पावर को दिखाता हुआ पोस्ट डालने के बाद उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी अभिषेक सिंह को गुजरात चुनाव के दौरान पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी से हटा दिया है। निर्वाचन आयोग की इस कार्रवाई के बाद नौरकशाह अभिषेक सिंह ने अपना सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मेरे इंस्टाग्राम पोस्ट में कुछ भी गलत नहीं है।
आईएएस अभिषेक सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैं माननीय चुनाव आयोग के फैसले को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं। हालांकि मेरा मानना है कि इस पोस्ट में कुछ भी गलत नहीं है। एक लोक सेवक, जनता के पैसे से खरीदी गई कार में, जनता के काम के लिए रिपोर्ट करना, लोक सेवकों के साथ, इसे जनता से संवाद करना, यह न तो पब्लिसिटी है और न ही कोई स्टंट!।” चुनाव आयोग के आदेश में कहा गया था कि उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी अभिषेक सिंह ने अपनी तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर की और अपने पद का इस्तेमाल पब्लिसिटी स्टंट के लिए किया। अभिषेक सिंह को गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान दो विधानसभा क्षेत्रों अहमदाबाद-बापूनगर और असरवा के लिए सामान्य पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था।
चुनाव आयोग ने अधिकारी के इंस्टा पोस्ट को बहुत गंभीरता से लिया और इसलिए, उन्हें सामान्य पर्यवेक्षक के रूप में अपने कर्तव्यों से तुरंत मुक्त कर दिया गया और अगले आदेश तक चुनाव संबंधी किसी भी कर्तव्य से वंचित कर दिया गया। अधिकारी को आज ही निर्वाचन क्षेत्र छोड़ने का आदेश दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि अभिषेक सिंह को पर्यवेक्षक कर्तव्यों के लिए प्रदान की गईं सभी सरकारी सुविधाएं वापस ले ली गईं हैं। अभिषेक सिंह की जगह एक अन्य आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी कृष्ण बाजपेयी को नियुक्त किया गया है। गुजरात में नई सरकार के लिए 1 और 5 दिसंबर को मतदान होगा। नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।