फ्रांस ने उठाया सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सीट का मामला, कहा- शक्तिशाली दुनिया में संतुलन जरूरी
वाशिंगटन ; ब्रिटेन के बाद फ्रांस ने भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का मामला उठाया है। संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस की उप स्थायी प्रतिनिधि नथाली ब्रॉडहर्स्ट ने कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान का समर्थन करती हैं।
उन्होंने कहा, नई शक्तियों के उद्भव को ध्यान में रखने की आवश्यकता है। इसलिए, उन देशों को ध्यान में रखना चाहिए जो शक्तिशाली दुनिया में स्थायी सदस्यता की जिम्मेदारी लेने में सक्षम हैं। फ्रांस ने कहा, सुरक्षा परिषद में हमारी स्थिति स्थिर और सर्वविदित है। हालांकि, हम चाहते हैं कि सुरक्षा परिषद में दुनिया के और अधिक प्रतिनिधि हों, जिससे उसके अधिकार और प्रभावशीलता को मजबूत किया जा सके।
इससे पहले ब्रिटेन ने भी भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन किया था। यूएन में ब्रिटेन की स्थायी प्रतिनिधि बारबरा वुडवर्ड ने भारत, जर्मनी, जापान और ब्राजील के लिए नई स्थाई सीटों की मांग की है। बारबरा वुडवर्ड ने कहा कि ब्रिटेन लंबे समय से सुरक्षा परिषद के विस्तार की मांग कर रहा है। हम भारत, जर्मनी, जापान और ब्राजील के लिए नई स्थायी सीटों की व्यवस्था के साथ-साथ स्थायी अफ्रीका के स्थाई प्रतिनिधित्व का भी समर्थन करते हैं।
बता दें, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के वर्तमान में पांच स्थाई सदस्य हैं। इनमें अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस व ब्रिटेन शामिल हैं। वैश्विक आबादी व अर्थव्यवस्था व नई भू राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए स्थाई सदस्य देशों की संख्या बढ़ाने की मांग लंबे समय से हो रही है।