महाराष्ट्र: शिंदे सरकार देगी बिजली का तगड़ा झटका, एक महीने का बिल होगा 200 रुपए महंगा
महाराष्ट्र: वैसे तो महाराष्ट्र में कई बड़े बदलाव शिंदे सरकार कर रही है। ऐसे में हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है। जी हां महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों को अब शिंदे सरकार एक और झटका देने जा रही है। बता दें कि राज्य में एक बार फिर बिजली की दरों में इजाफा होगा। बिजली बिल बढ़ते हुए अब प्रति यूनिट कम से कम 60 पैसे की बढ़ोतरी होगी। इसलिए आम आदमी के बिजली बिल में कम से कम 200 रुपए की बढ़ोतरी होने की संभावना है। तो आम आदमी की जेब पर फिर से और एक महंगाई का झटका लगने वाला है।
इस वजह से बढ़ेंगे दाम
जैसा की हमने आपको बताया है कि महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों को शिंदे सरकार एक और झटका देने जा रही है। दरअसल शिंदे सरकार ने पहले ही राज्य में बिजली की दरों में 10 से 20 प्रतिशत की वृद्धि करने का फैसला किया है। अब नवंबर के महीने में बिजली दरों में बदलाव करते हुए और एक कदम आगे बढ़ाया है, जी हां बता दें कि एक बार फिर दाम बढ़ाए जाएंगे। बिजली खरीद लागत में बढ़ोतरी के लिए महावितरण ने 1500 करोड़ रुपये रिजर्व में रखे थे। वह फंड 2021 में ही खत्म हो गया है। इसलिए, महावितरण ने बढ़ी हुई खरीद के लिए 1 अप्रैल 2022 से ईंधन समायोजन शुल्क लेना शुरू कर दिया।
इतना बढेग़ा बिजली बिल
ज्ञात हो कि वर्तमान में बिजली का यह शुल्क 1.30 रुपये प्रति यूनिट है। अब ऐसे में शिंदे सरकार के इस फैसले के बाद अगले महीने महावितरण में 60 से 70 पैसे की बढ़ोतरी होगी। इसलिए, ईंधन शुल्क की दर 2 रुपये से अधिक होने की संभावना है। बिजली की खरीद के लिए, महावितरण को लगभग 40,000 करोड़ रुपये की वसूली की आवश्यकता है। इसलिए बिजली के दाम बढ़ाए जाएंगे। राज्य में महानिर्मिती 7 थर्मल पावर प्लांट से 30 सेट के जरिए बिजली पैदा करती है। सितंबर माह के अंत तक कंपनी ने 34 हजार 806 करोड़ रुपये की बिजली खरीद लागत वहन की। लिहाजा अब इसकी कीमत आम जनता से वसूल की जाएगी। जो किसी झटके से कम नहीं है।
गौरतलब हो कि गर्मियों में बिजली की चरम मांग के दौरान कोल इंडिया द्वारा केवल 20 प्रतिशत कोयले की आपूर्ति की जाती थी। इसलिए महानिर्ति को बाहर से कोयला खरीदना पड़ा। आपको बता दें कि इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए। साथ ही कोरोना काल में क्रॉस सब्सिडी का पैसा नहीं मिला। वरिष्ठ बिजली विशेषज्ञ अशोक पेंडसे ने महाराष्ट्र टाइम्स से बात करते हुए कहा कि 20 हजार करोड़ का एक और नुकसान हुआ है, तो कम से कम 40 हजार करोड़ का घर का नुकसान हुआ है। इस नुकसान भरपाई को पूरा करने के लिए बिजली बिल बढ़ाए गए है।
महाराष्ट्र की जनता को झटका
जानकारी हो कि महावितरण ने जुलाई से ईंधन दर में 1.35 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की है। ऐसे में यह अवधि नवंबर माह में समाप्त होगी। अब यह साइज 1.90 रुपये हो सकता है। यदि ईंधन समायोजन का आकार बढ़ाया जाता है, तो कहा जा रहा है कि अगले वर्ष बिजली दरों में वृद्धि अपरिहार्य है। ऐसे में अब शिंदे सर्कार का बिजली बिल में वृद्धि करना महाराष्ट्र के आम लोगों के लिए एक बड़ा झटका है।