चंडीगढ़: पंजाब में हिंदू नेता की हत्या के बाद पंजाब पुलिस अब हरकत में आ गई है और अपने जवानों को आर्मी से ट्रेनिंग दिलवाने का प्लान बना लिया है. पंजाब की पुलिस ने टारगेटेड हस्तियों की सुरक्षा को लेकर एक खास प्लान तैयार किया है. इसके तहत अब सुरक्षा में तैनात हर सुरक्षाकर्मियों को कमांडो जैसी स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी. पंजाब पुलिस के जवानों को यह ट्रेनिंग आर्मी के जवान देंगे.
बताया जा रहा है कि होमगार्ड, कॉन्स्टेबल या अन्य अधिकारियों को उनके पद के हिसाब से स्पेशल ट्रेनिंग का चार्ट पास करना होगा. ट्रेनिंग के बाद पंजाब पुलिस के जवाबन हर तरह के ऑपरेशन में दुश्मन को किसी भी स्थिति में मारने में सक्षम होंगे.
वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा में लगे गार्ड्स को लेकर सबसे बड़ा बदलाव यह होगा कि अब सुरक्षा में युवा और फुर्तीले गार्ड्स की तैनाती होगी. इतना ही नहीं, हर जिले में सुरक्षा में लगे जवानों का रिव्यू करने के लिए एक डीएसपी रैंक का अधिकारी नोडल अफसर होगा, जो रिव्यू करेगा कि किसी टारगेटेड हस्ती को दी गई सुरक्षा में कोई कमी तो नहीं है या कोई बदलाव की जरूरत तो नहीं. साथ ही नोडल अफसर हर सप्ताह रिपोर्ट तैयार कर सीधे आईजी सिक्योरिटी को देगा.
कमांडो की ट्रेनिंग में रोजाना 42 किमी दौड़ना, 7 किलोमीटर पानी में तैरना, 3200 पुशअप्स, 25 बेहद कठिन एक्टिविटी और 42 किलोमीटर में से 12 किमी तक दोगुना वजन लेकर दौड़ना शामिल होता है. पंजाब पुलिस की मौजूदगी में अमृतसर में हिंदू नेता और कोटकपूरा में डेरा प्रेमी की हुई हत्या के बाद अब पंजाब पुलिस अपने पुलिस जवानों को दोबारा से ट्रेनिंग दे रही है.
पुलिस के मुताबिक, अब टारगेटेड शख्स की सुरक्षा में तैनात कर्मी ऐसे होंगे, जिन्हें कमांडो जैसी ट्रेनिंग दी जा चुकी होगी. स्पेशल ट्रेनिंग को लेकर पंजाब के इंटेलिजेंट सिक्योरिटी विंग ने एक रिपोर्ट तैयार कर ली है. अब इसे मंजूरी के लिए गृह विभाग को भी भेजा गया. पंजाब में अब तक 33 टारगेट हस्तियों को मिल रखी है सुरक्षा. पंजाब के शिवसेना नेता, कई नेता और पंजाब के बड़े सिंगर भी टारगेटेड हस्तियों में शामिल हैं, जिन्हें सुरक्षा मिली हुई है.