भोपाल। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) कल यानी बुधवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) पहुंची थी। राहुल के मध्य प्रदेश पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (Bharatiya Janata Party (BJP)) के नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा था कि ‘मध्य प्रदेश में सभी का स्वागत है।’ सिंधिया के इस बयान पर अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने कहा कि यह उनके ‘घर वापसी’ का संकेत हो सकती है। बता दें कि सिंधिया मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। उनके कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा के स्वागत वाले बयान पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस के प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौड़ (Kuldeep Singh Rathore) ने कहा है कि ‘यह घर वापसी का संकेत हो सकता है।’
कुलदीप सिंह ने कहा कि हाल में हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड वोटिंग बदलाव का संकेत है। जनता भाजपा सरकार से नाखुश है। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस द्वारा राज्य में कीमतों में वृद्धि, महंगाई और कुशासन आदि का मुद्दा उठाए जाने के बाद पिछले साल विधानसभा की तीन और लोकसभा की एक सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा को मिली हार के साथ ही उनकी हार की पटकथा लिख गई थी।
बता दें कि राहुल गांधी कल मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में रैली को संबोधित किए। राहुल ने रैली में कहा कि कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत इसलिए की क्योंकि सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज दबाई जा रही थी। आवाज उठाने के सभी लोकतांत्रिक तरीके बंद कर दिए गए थे। हम सिर्फ चुनाव के जरिए लोगों तक नहीं पहुंच सकते। राहुल ने कहा कि वो (भाजपा) विधायक खरीद लेते हैं, प्रेस भी उनका है। आवाज उठाने के लिए कांग्रेस ने यह यात्रा शुरू की है।
ऐसे में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल की अगुवाई में हो रही भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जो बयान दिया है उसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस कह रही है कि यह सिंधिया के घर वापसी के संकेत हैं। मालूम हो कि 2020 में भाजपा में शामिल होने से पहले सिंधिया कांग्रेस के एक दिग्गज नेता हुआ करते थे। उनके और राहुल गांधी के बीच गहरी दोस्ती थी। सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने से मध्य प्रदेश में कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ था।