रूस में विदेशियों को नहीं मिलेगी किराये की कोख, संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में लगेगी बापू की प्रतिमा
नई दिल्ली : रूस में किराये की कोख को कानूनी मान्यता दी गई है। हालांकि, लंबे समय से कई धार्मिक समूह इसे अपमानजनक और धर्म विरुद्ध बताते आ रहे हैं। खासतौर पर विदेशी लोगों के रूसी महिलाओं को सरोगेट मां बनाने पर आपत्ति जताई जाती रही है। इसे लेकर रूसी संसद के निचले सदन के अध्यक्ष वीयाशेस्लाव वोलोदिन कहा कि जल्द ही विदेशी लोगों को रूसी महिलाओं को सरोगेट मां बनाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
वोलोदिन रूस के मातृ दिवस पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रूस अपनी महिलाओं और बच्चों की रक्षा के लिए सभी प्रयास करेगा। उन्होंने बताया कि बीते एक वर्ष में सरोगेट माताओं के पैदा किए हुए 45,000 से ज्यादा बच्चों को देश से बाहर ले जाया गया है। यह सरासर बच्चों की तस्करी जैसा मामला है, जल्द ही इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। इसके बाद रूसी माता से पैदा हुए किसी भी बच्चे को कोई रूस से बाहर नहीं ले जा पाएगा।
अगले महीने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने बताया कि मशहूर मूर्तिकार राम सुतार की उत्तर प्रदेश के नोएडा वर्कशॉप में बनाई हुई प्रतिमा संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के उत्तरी लॉन में लगाई जाएगी।
कंबोज ने बताया कि 14 दिसंबर को इसका अनावरण किया जाएगा। कार्यक्रम में सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों के प्रतिनिधियों के साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटरेस और संयुक्त राष्ट्र के 77वीं महासभा के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी भी उपस्थित रहेंगे।